Sanchar Now। यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) न्यू आगरा अर्बन सेंटर विकसित करेगा। अथॉरिटी ने इसे लेकर खाका तैयार करवाने का फैसला किया है। मास्टरप्लान तैयार करने वाली एजेंसी को नए सिरे से सर्वे कर शहर की रूपरेखा बनाने का निर्देश दिया है। इससे अब न्यू आगरा अर्बन सेंटर का क्षेत्रफल और गांवों की संख्या बढ़ सकती है। एजेंसी को एक माह के अंदर ड्राफ्ट मास्टरप्लान तैयार करने का समय दिया गया है।
दरअसल, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण, यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर ‘न्यू आगरा अर्बन सेंटर’ विकसित करेगा। इसके लिए नए सिरे से सर्वे कर मास्टरप्लान तैयार किया जाएगा, जिसमें एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के गांव शामिल होंगे।
अमेरिका की कंपनी ट्रेक्टवेल स्काई ग्रुप ने इंजाइम कंपनी के साथ मिलकर पहले आगरा तहसील के एत्मादपुर के 60 गांवों को मिलाकर 10 हजार हेक्टेयर में न्यू आगरा अर्बन सेंटर का खाका तैयार किया था। सर्वे के दौरान एक्सप्रेसवे के दूसरी तरफ को शामिल नहीं किया गया था।
ऐसे में एक्सप्रेसवे के दूसरी तरफ अवैध निर्माण की आशंका को देखते हुए यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के गांवों को मास्टरप्लान में शामिल करने का फैसला लिया है।
दूसरी तरफ ज्यादातर हाथरस जिले के गांव आ रहे हैं। फिलहाल एजेंसी को सैटेलाइट मैप के साथ मौके पर जाकर गांवों को भौतिक सत्यापन कर मास्टरप्लान का खाका तैयार करने को कहा गया है। यह शहर सांस्कृतिक धरोहर, पर्यावरण, यातायात और औद्योगिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र बनेगा। यहां पर हॉलीवुड-बॉलीवुड समेत देश दुनिया के प्रसिद्ध पार्क और स्मारकों के मिनिएचर (लघु रूप) विकसित किए जाएंगे।
नए आगरा को मास्टरप्लान 2041 में शामिल करने के लिए इसका ड्राफ्ट बनाकर उत्तर प्रदेश शासन को भेजा जाएगा। बताया गया है कि यह शहर खासतौर पर धरोहर, पर्यावरण, यातायात और औद्योगिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा। इस शहर में छोटी-छोटी टाउनशिप विकसित की जाएंगी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए यहां पर हॉलीवुड, बॉलीवुड समेत देश-दुनिया के प्रसिद्ध स्मारक, म्यूजियम और पार्कों के मिनिएचर बनाए जाएंगे, जिससे शहर को हरा-भरा और आधुनिक बनाया जाएगा।