संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आज से 60वें आईएचजीएफ दिल्ली मेले का भव्य आगाज हो गया। इस प्रतिष्ठित मेले का शुभारंभ उत्तर प्रदेश फिल्म विकास परिषद के उपाध्यक्ष तरुण राठी और कुंदरकी के विधायक रामवीर ने संयुक्त रूप से किया। पांच दिवसीय यह मेला 13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक चलेगा, जिसमें 110 से अधिक देशों से विदेशी खरीददार भाग ले रहे हैं।

दरअसल, भारत के सबसे बड़े B2B ट्रेड फेयर के रूप में पहचान बना चुका यह आयोजन देश के हस्तशिल्प, होम डेकोर और लाइफस्टाइल उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण मंच है। इस बार मेले में 16 विशाल हालों में 3000 से अधिक प्रदर्शकों द्वारा अपने उत्पादों की प्रदर्शनी की जा रही है। इसमें होम डेकोर, फर्नीचर, फैशन जूलरी, गिफ्ट आइटम्स, कारपेट, लाइटिंग, बांस और पेपर उत्पाद, किचनवेयर, बच्चों के खिलौने, और पर्यावरण अनुकूल उत्पाद शामिल हैं। अमेरिका द्वारा हाल ही में लगाए गए टैरिफ के कारण जहां वैश्विक व्यापार पर कुछ असर देखा जा रहा है, वहीं चीन पर भी टैरिफ लगने से भारतीय निर्यातकों को राहत मिलने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसका सीधा फायदा भारत के व्यापारियों को मिलेगा, जिससे इस बार के दिल्ली फेयर में भारतीय उत्पादों की मांग और बढ़ेगी।
पिछले तीन दशकों में आईएचजीएफ दिल्ली मेला वैश्विक खरीदारों और भारतीय निर्यातकों के लिए एक विश्वसनीय मंच बन चुका है। इस बार के आयोजन में थोक विक्रेता, डिस्ट्रीब्यूटर, डिपार्टमेंटल स्टोर, डिजाइनर, बाइंग एजेंसियां और रिटेल चेन जैसी संस्थाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, जापान, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, सऊदी अरब, सिंगापुर, यूएई समेत दुनिया के 110 देशों से खरीदारों के आने की उम्मीद है। यह मेला न केवल भारतीय हस्तशिल्प को वैश्विक पहचान दिलाने का माध्यम बनेगा, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के संदेश को भी दुनिया तक पहुंचाएगा। इस आयोजन से भारतीय कारीगरों और उद्योग जगत को नए व्यापारिक अवसरों के साथ अंतरराष्ट्रीय बाजार में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का सुनहरा अवसर मिला है।