कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में अंधविश्वास का एक अनोखा मामला सामने आया है। सोमवार को सांप के काटने से एक किसान की मौत हो गई थी। मंगलवार को उसके शव का पोस्टमॉर्टम होना था। इसी दौरान किसान का भाई और बेटा एक तांत्रिक को पोस्टमॉर्टम हाउस लेकर पहुंच गया। तांत्रिक ने दावा किया कि किसान को जिंदा कर देगा। शव के बगल में बैठकर तंत्र-मंत्र और पूजा पाठ करने लगा। इसके बाद गहरी साधना की बात कह कर शव के बगल में लेट गया। लगभग दो घंटे तक उसकी साधना चलती रही। पोस्टमॉर्टम हाउस में तंत्र-मंत्र देखकर तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने परिजनों की मदद से तांत्रिक को शव के बगल से उठाकर बाहर का रास्ता दिखाया।
घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के भैरमपुर गांव में रहने वाले रामबाबू (49) किसान थे। सोमवार को रामबाबू खेतों में पानी लगा रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक सांप ने काट लिया। परिजन रामबाबू को सीएचसी ले गए। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। इलाज के दौरान सोमवार रात उनकी मौत हो गई। मंगलवार को रामबाबू के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
शव के बगल में लेटा तांत्रिक
मृतक किसान का बेटा अंकित और भाई शिवनाथ एक तांत्रिक को लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंच गए। तांत्रिक का कहना था कि मैं सांप के काटे हुए लोगों को जिंदा कर देता हूं। तांत्रिक फूल और अगरबत्ती लेकर तंत्र-मंत्र करना शुरू कर दिया। इसके बाद गहरी साधना में जाने की बात कह कर तांत्रिक किसान के शव के बगल में लेट गया, लेकिन शव में किसी प्रकार की हलचल नहीं दिखी। तांत्रिक की साधना पुलिस कर्मियों के सामने चलती रही। तांत्रिक को शव के बगल में लेटा देख तमाशबीनों की भीड़ इकठ्ठा होने लगी। भीड़ देखकर पुलिस हरकत में आ गई। किसान के परिजनों की मदद से तांत्रिक को पोस्टमॉर्टम के बाहर कराया।
परिजनों ने लगाया आरोप
पुलिस ने किसान के शव का पंचनामा भरकर शव का पोस्टमॉर्टम कराया। शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। किसान रामबाबू के परिजनों का आरोप है कि सीएचसी में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन नहीं था। यदि समय रहते इंजेक्शन मिल जाता तो किसान की जान बच सकती थी। किसी तरह से जाम का सामना करते हुए हैलट अस्पताल पहुंचे, लेकिन हैलट अस्पताल पहुंचने में बहुत देर हो चुकी थी। सांप का जहर पूरे शरीर में फैल चुका था।