मेरठ में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां एक कारोबारी के दस साल के बेटे का अपहरण दो नाबालिग किशोरों ने कर लिया। दोनों किशोरों की उम्र अभी मात्र 13 और 11 साल है। अपहरण के बाद दोनों ने कारोबारी के बच्चे को बोरे में भर दिया था। इससे वह बेहोश हो गया। बच्चे को मरा समझ दोनों ने श्मशान के बाद फेंक दिया। बच्चे को होश आने पर पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने दोनों किशोरों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना लिसाड़ी गेट के समर गार्डन के व्यापारी के घर हुई है।
लिसाड़ी गेट के समर गार्डन कॉलोनी निवासी जमालुद्दीन के 10 वर्षीय बेटे उमर का दो दिन पहले घर के पास से ही अपहरण किया था। इसके बाद बोरे में बंद हालत में उमर घर से कुछ ही दूरी पर सोहेल गार्डन के श्मशान की जगह पर पड़ा मिला था। शुरुआत में उमर सदमे में पूरा घटनाक्रम बता नहीं पा रहा था। बुधवार को पूरी घटना का सनसनीखेज खुलासा हुआ।
जमालुद्दीन के एक मकान में ताहिर नाम का व्यक्ति परिवार के साथ रहता है। उमर दो दिन पहले ताहिर की दुकान पर किराये का तकादा करने पहुंचा था। दुकान पर ताहिर के 13 साल और 11 साल के दोनों बेटे मौजूद थे। उमर ने दोनों भाइयों से तकादा किया और किराया मांगा। इस पर दोनों भाइयों ने मिलकर उमर को दुकान में अंदर खींच लिया और उसका गला दबा दिया। उमर बेहोश हो गया। उमर को मरा समझकर दुकान में ही रखे एक बोरे में बांधकर दोनों भाइयों ने स्कूटी पर रख लिया और सोहेल गार्डन के पास श्मशान की जमीन पर फेंक आए।
कुछ देर बाद बच्चे को होश आ गया। आसपास के लोगों ने बोरे को हिलता देखा तो उसे खोला। अंदर बच्चे को देख सनसनी मच गई। बच्चे के परिवार के साथ ही पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। पुलिस ने जांच शुरू की तो सीसीटीवी फुटेज भी मिला। इसमें स्कूटी पर दोनों किशोर बोरे को लेकर जाते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने दोनों किशोरों को गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट में पेश करने के बाद बाल संप्रेक्षण गृह भेजा है।
इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट सुभाष चंद गौतम के अनुसार जमालुद्दीन के बेटे उमर पर कातिलाना हमला उनके ही किरायेदार के 13 वर्षीय और 11 साल के बच्चों ने किया था। मरा समझकर बोरे में बांधकर दोनों भाइयों ने ही उमर को फेंका था। दोनों को पकड़ा गया है और कोर्ट भेजा गया। फिलहाल दोनों को संप्रेक्षण गृह भेजा गया है।