Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित लॉयड इंजीनियरिंग कॉलेज में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के संयुक्त तत्वावधान में ‘इन्वेंटर चैलेंज 2024’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत 5 मार्च 2024 को हुई थी, जिसमें देशभर से 2764 टीमों ने अपने आइडिया सबमिट किए। इन्वेंटर चैलेंज के संचालन में विनय थपियाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। स्क्रीनिंग प्रक्रिया के लिए इंडस्ट्री और शिक्षण क्षेत्र के विशेषज्ञों की एक टीम तैयार की गई। तीन चरणों की गहन समीक्षा के बाद, 100 आइडिया का चयन हुआ। इसके बाद, सितंबर 2024 में फाइनल मूल्यांकन के बाद 24 टीमों को ग्रैंड फिनाले के लिए चुना गया।
ग्रैंड फिनाले का आयोजन लॉयड इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में किया गया, जहां चयनित टीमों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि AICTE के अध्यक्ष टी. जी. सीताराम ने कहा, “भारत आज विश्व को कुशल इंजीनियर और प्रबंधक प्रदान कर रहा है। हमें सेमीकंडक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे क्षेत्रों पर अधिक काम करने की आवश्यकता है। इन्वेंटर चैलेंज 2024 में ग्रीन एनर्जी और सतत विकास के विचारों पर विशेष ध्यान दिया गया है।”
AICTE के डायरेक्टर सुनील लूथरा ने बताया कि इस कार्यक्रम में भारत के 5000 से अधिक कॉलेजों के छात्रों ने हिस्सा लिया। एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के मनोज कुमार ने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक मजबूत पहल बताया। लॉयड समूह के अध्यक्ष मनोहर थहरानी ने इन्वेंटर चैलेंज को नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाला कदम बताया।
ग्रैंड फिनाले के अंत में तीन विजेता टीमों की घोषणा की गई:
प्रथम पुरस्कार: आई.एम. कॉलेज, कोलकाता (₹1,00,000 नकद पुरस्कार)
द्वितीय पुरस्कार: सीआईएस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, चेंबूर (₹75,000 नकद पुरस्कार)
तृतीय पुरस्कार: अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज, गाजियाबाद (₹50,000 नकद पुरस्कार)
कार्यक्रम के अंत में AICTE और एसटी माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स ने विजेता टीमों के साथ मिलकर उनके विचारों को स्टार्टअप में बदलने का आश्वासन दिया।
लॉयड इंजीनियरिंग कॉलेज के निदेशक राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इस आयोजन में डॉक्टर शशि प्रकाश द्विवेदी, ए.पी. श्रीवास्तव, डॉक्टर राव, अवधेश कुमार, सुनील समेत हजारों छात्र और शिक्षक उपस्थित रहे।