संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा की दनकौर पुलिस व स्वॉट टीम ने भारत के विभिन्न राज्यों में धर्म कांटों में इलेक्ट्रॉनिक चिप व रिमोट के द्वारा घटतौली कर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से रिमोट, इलेक्ट्रॉनिक चिप, डेस्कटॉप, लैपटॉप व बैटरी चार्जर सहित भारी मात्रा में धोखाधड़ी करने में प्रयोग किए जाने वाला सामान बरामद किया है। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है और उनके आपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
दरअसल, आरोपियों के द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में धर्म कांटों में इलेक्ट्रॉनिक चिप बनाकर रिमोट के द्वारा वजन की घटतौली की जा रही थी। इसके साथ ही धर्म कांटों के मालिकों को मोटे रुपयों का लालच देकर उनके धर्म कांटो में कनेक्टिंक वायर के जरिए चिप कनेक्ट करके अपने दिए हुए रिमोट के द्वारा वजन में घटतौली कर रहे थे। जिसे आरोपी मोटा मुनाफा कमाते थे एवं जनमानस व कंपनियों को लाखों रुपए का चूना लगाकर धोखाधड़ी करते थे।
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मिया खान ने बताया कि लंबे समय से ऑनलाइन धर्म कांटों में घटतौली की समस्या की शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद दनकौर पुलिस ने स्वाट टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही में इस गिरोह के चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान जिला मेरठ के थाना इंचोली निवासी कपिल कुमार, जिला बुलंदशहर के थाना सियाणा क्षेत्र के गांव घंसूरपुर निवासी मनमोहन सिंह, जिला सोनभद्र थाना पिपली क्षेत्र के बुढ़वा निवासी विनय कुमार शर्मा और जिला देवरिया थाना श्रीरामपुर क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी धीरज शर्मा के रूप में हुई है। सभी आरोपी दिल्ली व हरियाणा में वर्तमान में किराए पर रहते थे। धर्म कांटों में चिप व रिमोट के द्वारा घटतौली की घटना को अंजाम देते थे।
डीसीपी ने बताया कि जब दनकौर पुलिस और स्वाट टीम के द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तो आरोपी कपिल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह विनय कुमार शर्मा और धीरज शर्मा से ऑनलाइन इंडिया मार्ट के जरिए संपर्क में आया था। जिनसे मेने धर्म कांटों में घटतौली करने के लिए एक चिप तैयार कराई थी। जिसे हम धर्म कांटों में लगाकर वजन करने के दौरान रिमोट से कंट्रोल करके टोल के वास्तविक वजन से कम दिखते थे। एक चिप को तैयार करने में 10 से 20 हजार रुपये का खर्चा आता है जिससे हम 5 से 10 लाख रुपए में धर्म कांटे वालों को विभिन्न राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व कर्नाटक में बेच देते हैं। मेरे रिश्ते का जीजा मनमोहन सिंह भी यही काम करता है। इसके साथ ही आरोपी मनमोहन सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि कपिल रिश्ते में मेरा साला है। मैं और कपिल दोनों मिलकर धर्म कांटों में चिप लगाकर घटतौली करने के लिए चिप बनाकर बेचते हैं।
साद मिया खान ने बताया कि कपिल और मनमोहन चिप की सप्लाई अच्छे दामों में स्क्रैप माफिया, सरिया माफिया व बिल्डिंग मटेरियल माफिया आदि लोगों को करते थे। जिससे स्क्रैप माफिया व सरिया माफिया अच्छा मुनाफा कमाते थे और हमें अच्छा रुपया मिलता था। जिससे यह लोग जनमानस कंपनियों को लाखों रुपए का चूना लगाकर मुनाफा कमाते थे। जानकारी मिलने पर दनकौर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
आरोपी इंजीनियर इंडिया मार्ट पर प्रोफाइल बनाकर बेचता था चिप
आरोपी कपिल ने बताया कि इंडियामार्ट साइट पर मिले विनय कुमार शर्मा व धीरज शर्मा के माध्यम से वह इन चिपों को तैयार करते थे। जिसके एवज में हम उन्हें पैसे देते हैं। वही विनय शर्मा ने पुलिस को बताया कि वह डीईएचएन कंपनी मानेसर में इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर के पद पर तैनात है। मैंने इंडियामार्ट साइट पर अपनी प्रोफाइल बनाई थी जिसे लोग मुझसे संपर्क करके अपना काम कराते थे। इसी साइट पर कपिल व मनमोहन ने मुझसे संपर्क किया था। मुझसे बात करके धर्म कांटों में घटतौली करने के लिए चिप बनाने की बात की। उसके बाद मैंने इन्हें धर्म कांटों की घंटोली की चित्र व रिमोट तैयार करके दिए।
आरोपियों के कब्जे से यह हुई बरामदगी
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 67 रिमोट, 30 इलेक्ट्रॉनिक चिप, एक डेस्कटॉप (सीपीयू मॉनिटर कीबोर्ड माउस), यूपीएस लैपटॉप फीडमैन किट सेट, ट्रांसड्यूसर, सोल्डर मशीन, माउस, बैटरी, लैपटॉप चार्जर, यूएसबी केबल, पावर सप्लाई केबल व कनेक्टिंग वायर सहित इत्यादि समान भारी मात्रा में बरामद किया है।