कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को घर देने का लक्ष्य था, लेकिन यहां बने एक घर में होटल चल रहा है। जिला नगरीय विकास प्राधिकरण ने पीएम आवास योजना शहरी के तहत यह घर बनवाया था। इस घर को बनने में लगभग पांच साल लग गए। अब इस दो मंजिला मकान में होटल चल रहा है। इससे डूडा द्वारा कराए गए निर्माण कार्य की पोल खुल गई है।
शिकायत मिलने पर पुलिस ने होटल पर छापा मारा और कई लोगों को गिरफ्तार किया। इस घटना ने जिला नगरीय विकास अभिकरण की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिलाधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
कुशीनगर नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर-21 कृष्णा नगर में संगीता के नाम से एक आवास आवंटित हुआ था। यह आवंटन 29 जून 2021 को हुआ था। डूडा के माध्यम से इस निर्माण कार्य को पांच चरणों में पूरा किया जाना था। पहला चरण 28 सितंबर 2021 को शुरू हुआ। इस दौरान 50000 रुपये का पहला भुगतान किया गया। दूसरा चरण फाउंडेशन का था। इसकी फोटो 23 नवंबर 2021 को अपलोड की गई और डेढ़ लाख रुपये का दूसरा भुगतान हुआ।
तीसरा चरण लिंटर का था। इसकी फोटो ढाई साल बाद 18 जुलाई 2024 को अपलोड हुई। चौथा चरण रूफ का फोटो 20 जुलाई 2024 को और 5वें चरण कंप्लीट का फोटो 23 जुलाई 2024 को लिया गया। इससे पता चलता है कि बाकी के तीनों चरण लिंटर, रूफ और कंप्लीट सिर्फ पांच दिनों के भीतर ही पूरे हो गए।
हैरानी की बात यह है कि यह आवास एक ऐसे परिवार को दिया गया, जो इस पर दो मंजिला होटल बनाकर व्यवसाय कर रहा था। होटल का नाम सूर्या पैलेस है। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब होटल में गलत काम होने की शिकायत मिलीं। पुलिस ने होटल पर छापा मारा। छापेमारी में कुछ कपल्स गिरफ्तार हुए। इस घटना ने जिला नगरीय विकास अभिकरण की सच्चाई सामने ला दी है।