हरिद्वार: श्रावण मास प्रारंभ होते ही धर्मनगरी हरिद्वार में कांवड़ मेला भी शुरू हो गया है और इसके साथ ही शुरू हो गयी है एसडीआरएफ के जवानों के लिए चुनौतियों का दौर। खास कर हरिद्वार में गंगाजी में नहाने के लिए उतरने वाले और गहराई का अंदाजा नहीं लगने से डूबने या बहने वालों को बचाने के लिए एसडीआरएफ के जवान किस तरह मुस्तैद है इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। जवानों की तत्परता और साहस की लोग तारीफ भी कर रहे हैं।
धर्मनगरी में इन दिनों कांवड़ मेला जोर-शोर से चल रहा है। दिन-रात कांवड़ियों का आवागमन हो रहा है। गंगाजल लेने आ रहे कावंड़िये गंगा स्नान करने के लिए उतर रहे हैं। कई लोग तो किनारे पर ही डुबकी लगा कर पुण्यलाभ अर्जित कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग गंगा में गहराई की तरफ चले जा रहे हैं और गंगा के तेज बहाव में बह जा रहे हैं। पुलिस प्रशासन की तमाम हिदायतों को नजरअंदाज कर गंगा उतरने वाले ऐसे लोगों को बचाने के लिए एसडीआरएफ के जवान लगातार नजर बनाये हुए हैं और अपनी जान खतरे में डाल कर लोगों की जान बचा रहे हैं।
आज हरिद्वार में आज एसडीआरएफ के जवानों ने दो अलग-अलग घाटों पर डूबते तीन कांवड़ियों का रेस्क्यू किया। आज सुबह प्रेम नगर घाट पर गंगा स्नान कर रहा आदर्श (16) पुत्र प्रमोद, निवासी उत्तर प्रदेश अचानक गंगा के तेज बहाव में बह गया।
हालांकि बहने के दौरान आदर्श के हाथ में पुल के नीचे लटकी चेन आ गयी और वह किसी तरह चेन के सहारे टिका रहा। इसी दौरान घाट पर तैनात एसआई आशीष त्यागी ने एएसआई दीपक मेहता, हेड कांस्टेबल कपिल कुमार, सीटी सागर कुमार, सीटी नवीन बिष्ट, सीटी सुभाष और होमगार्ड अंकित ने तत्काल बोट से किशोर के पास पहुंच कर उसका सकुशल रेस्क्यू कर लिया।
वहीं दूसरी ओर कांगड़ा घाट पर रिंकू (32), निवासी करनाल, हरियाणा तेज बहाव में फंस गया था। जबकि लोकेंद्र (23), पुत्र सर्वेश, निवासी अमरोहा, उत्तर प्रदेश गहरे पानी में बहने लगा तो घाट पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल आशिक अली, कांस्टेबल प्रकाश मेहता और नितेश खेतवाल ने तेज बहाव में कूद कर दोनों युवकों को लहरों से बचा कर सुरक्षित बाहर निकाला।