संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा में युवा पीढ़ी को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने और गांवों में डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। गौतमबुद्धनगर जिले के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के 35 गांवों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएंगी। पंचायत विभाग ने इस योजना पर काम शुरू कर दिया है और आने वाले महीनों में इन लाइब्रेरियों को पूरी तरह संचालित किए जाने की तैयारी चल रही है। गौतम बुध नगर में पंचायत विभाग के अंतर्गत 82 गांव आते हैं जिनमें से पहले चरण में 35 गांव में की लाइब्रेरी बनाई जाएगी और दूसरे चरण में बचे हुए सभी गांव को इस योजना में सम्मिलित किया जाएगा।

गौतम बुद्ध नगर के पंचायत राज अधिकारी अजय कुमार यादव ने बताया कि इन डिजिटल लाइब्रेरी का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को शहरों जैसी आधुनिक शैक्षिक सुविधाएँ उपलब्ध कराना है। यहां छात्रों को ई-बुक्स, डिजिटल स्टडी मटेरियल, वीडियो-ऑडियो लेक्चर, आईएएस व आईपीएस स्तर तक की प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें, समाचार पत्र और साहित्य उपलब्ध कराया जाएगा। हर डिजिटल लाइब्रेरी पर कुल 4 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से आधी राशि कंप्यूटर, प्रिंटर, स्मार्ट टीवी जैसे उपकरणों पर और बाकी किताबें व अध्ययन सामग्री खरीदने पर उपयोग होगी।

डिजिटल लाइब्रेरी की प्रमुख विशेषताएँ
- छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई और शोध की सुविधा मिलेगी।
- लाइब्रेरी की निगरानी ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव करेंगे।
- सभी लाइब्रेरियों में स्मार्ट टीवी, दो कंप्यूटर और कैमरा लगाया जाएगा।
- प्रतियोगी परीक्षाओं के इच्छुक युवाओं को आवश्यक डिजिटल कंटेंट और किताबें उपलब्ध होंगी।
- हिंदी–अंग्रेजी के अखबार, मैगजीन और साहित्यिक सामग्री भी उपलब्ध रहेगी।
सरकार का मानना है कि यह प्रोजेक्ट ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को डिजिटल शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा। इससे जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी आसान होगी, वहीं सामान्य अध्ययन करने वाले छात्रों को भी लाभ मिलेगा।
इन 35 गांवों में बनाई जाएंगी डिजिटल लाइब्रेरी
राजपुर कला, जहांगीरपुर देहात, छांयसा, ऊंचा अमीरपुर, मकनपुर खादर, कलैदा, प्यावली ताजपुर, नूरपुर, दौला रजपुरा, खंगौंडा, फूलपुर, झुप्पा, छातांग, गोपालगढ़ी, कोट, बिसाहडा, मेंहदीपुर खादर, अंधपुर, मंडपा, भोगपुर, नंगला नैनसुख, दुराई, चौना, विश्नूली, महावड़, बंबावड़, जेवर खुर्द, बागपुर, चचूला, खटाना धौरखेड़ा, शमशमनगर और बढ़पुरा। सरकार का लक्ष्य है कि आगामी वर्षों में जिले के अन्य गांवों को भी डिजिटल लाइब्रेरी से जोड़कर ग्रामीण शिक्षा को नई दिशा दी जाए।












