संचार नाउ। किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अहम बैठक सोमवार को सेक्टर चाइ-4 स्थित संगठन कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक में जिले और प्रदेश के किसानों की उन समस्याओं पर गंभीर चर्चा की गई, जिनका समाधान लंबे समय से टलता आ रहा है। संगठन ने साफ कर दिया है कि यदि प्रशासन ने जल्द समाधान नहीं किया तो मोर्चा एक बड़े आंदोलन की घोषणा करेगा।

दरअसल, किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा की बैठक किसानों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की अध्यक्षता में हुई जिसमें गांवों की मूलभूत सुविधाओं जैसे आवागमन, पेयजल, स्वास्थ्य, बिजली, सिंचाई सहित किसानों के आर्थिक हितों पर विस्तृत चर्चा हुई। संगठन के विस्तार और गांव-गांव जनसंपर्क बढ़ाने की रणनीति भी बनाई गई।

इस दौरान किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ब्रजेश भाटी ने कहा कि जिले के किसानों की समस्याएँ लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन अधिकारी निस्तारण में गंभीरता नहीं दिखा रहे। उन्होंने कहा कि जिले में किसानों को मुआवजा, आवासीय भूखंड, रोजगार, बैक लीज सहित तमाम मुद्दे जस के तस पड़े हैं। किसानों की जमीनें प्राधिकरणों द्वारा सस्ती दरों पर ली जा रही हैं और नए भूमि अधिग्रहण कानून को अभी तक लागू नहीं किया गया है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
ब्रजेश भाटी ने चेतावनी दी कि यदि जनहित से जुड़े इन मुद्दों पर प्रशासन ने ठोस कार्रवाई नहीं की, तो संगठन जल्द ही बड़ा जनांदोलन शुरू करेगा। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन प्रदेश के हजारों किसानों की आवाज बनेगा और सरकार तक उनकी वास्तविक पीड़ा पहुंचाई जाएगी। संगठन ने आगामी हफ्तों में गांवों में जागरूकता अभियान और किसानों की समस्याओं का व्यापक दस्तावेज तैयार करने का भी निर्णय लिया है।












