ग्रेटर नोएडा। थाना ईकोटेक वन में एक चोरी के मामले की जांच कर रहे एसआई को एंटी करप्शन टीम ने चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जिसके बाद टीम ने आरोपी दरोगा को सूरजपुर पुलिस को सौंप दिया। सूरजपुर पुलिस ने आरोपी दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर किया है। पुलिस कमिश्नर गौतम बुध नगर लक्ष्मी सिंह ने आरोपी दरोगा को बर्खास्त कर सभी सेवाएं समाप्त कर दी हैं और विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।
दरअसल, थाना ईकोटेक वन में रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र कुमार भाटिया की एएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की साइड टेक जोन 9 से करोड़ो का कीमती सामान चोरी हो गया था। जिसकी एवज में 18 दिसंबर 2018 को थाने पर शिकायत की गई। शिकायत में बताया गया कि इस साइड से बज्जी जंपिंग मशीन, जनरेटर सेट, स्वचालित सीढिया सहित अन्य कीमती सामान चोरी हो गया है। जिसकी कीमत पांच से सात करोड़ बताई गई। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने इस मामले में एफआर लगा कर मामले को खत्म कर दिया था लेकिन जिला न्यायालय के आदेश पर दोबारा इस मामले में जांच शुरू हुई और इस बार जांच ईकोटेक वन थाने में तैनात दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को सौंपी गई। गुलाब सिंह राजपूत ने मामले की जांच करते हुए रिटायर्ड कर्नल राजीव सरदाना से 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। दरोगा ने कर्नल पर रिश्वत के लिए कई बार दबाव बनाया जिसके बाद 13 लाख रुपए रिश्वत में देना तय हुआ। उसी की पहली किस्त के रूप में ₹400000 आरोपी दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को शुक्रवार को देने थे। जिसके बाद कर्नल ने मेरठ की एंटी करप्शन टीम से संपर्क किया और शुक्रवार को आरोपी दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने थाना सूरजपुर क्षेत्र से रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जिसके बाद नोएडा गौतम बुध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने आरोपी दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को बर्खास्त कर दिया है।
प्रोजेक्ट की साइड से करोड़ों का सामान हुआ था चोरी
ईकोटेक वन थाना क्षेत्र की एएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड साइड से 2018 में 5 से 7 करोड रुपए का कीमती सामान चोरी हो गया। जिसके बाद रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र कुमार भाटिया ने पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच के बाद पुलिस ने मामले में अंतिम रिपोर्ट (एफआर) लगाते हुए मामले को बंद कर दिया और जांच रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर दी। न्यायालय ने मामले में दुबारा जांच का आदेश दिया। वर्तमान में ईकोटेक वन थाने में तैनात दरोगा गुलाब सिंह राजपूत मामले की जांच कर रहे थे। आरोप है कि गुलाब सिंह राजपूत ने मामले की जांच में रिटायर्ड कर्नल राजीव सरदाना को आरोपी बताते हुए जांच से नाम बाहर करने के लिए ₹1500000 की रिश्वत मांगी और रिटायर्ड कर्नल पर रिश्वत देने के लिए कई पर दबाव बनाया जिसके बाद रिटायर्ड कर्नल ने इसकी शिकायत मेरठ में एंटी करप्शन टीम से की।
4 लाख की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
ईकोटेक वन में तैनात दरोगा गुलाब सिंह राजपूत ने एएमआर मॉल के जनरल सेक्रेटरी रिटायर्ड कर्नल वीरेंद्र कुमार भाटिया द्वारा दर्ज कराए गए चोरी के मामले की जांच कर रहे थे। इस मामले में जांच करते हुए दरोगा गुलाब सिंह राजपूत ने सेक्टर चाई 4 निवासी रिटायर्ड कर्नल राजीव सरदाना का नाम जांच में शामिल कर दिया और कर्नल का नाम जाँच से निकालने के लिए ₹1500000 की रिश्वत मांगी। रिटायर्ड कर्नल राजीव सरदाना ने पुलिस को बताया कि उसका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है वहीं एमआर मॉल में उन्होंने कमर्शियल दुकान के लिए 90 लाख रुपये का निवेश किया है। इसके बाद भी आरोपी दरोगा गुलाब सिंह राजपूत ने कई बार कर्नल पर दबाव बनाया और कहा कि अगर आपने ₹1500000 की रिश्वत नहीं दी तो आपको व आपकी पत्नी को इस मामले में वह जेल भेज देगा। जिसके बाद 13 लाख रुपए गुलाब सिंह राजपूत ने लेने की बात कही और कहा कि इससे कम में काम नहीं होगा। जिसके बाद कर्नल ने ₹400000 की रिश्वत की पहली किस्त देना स्वीकार किया। इसके बाद कर्नल ने मेरठ की एंटी करप्शन टीम से मामले की शिकायत की और शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ग्रेटर नोएडा पहुंचे जहां पर उन्होंने कर्नल को केमिकल लगाकर ₹400000 दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को देने के लिए दिए उसके बाद सूरजपुर थाना क्षेत्र में रिटायर्ड कर्नल राजीव सरदाना ने केमिकल लगे हुए ₹400000 रिश्वत के रूप में एसआई गुलाब सिंह राजपूत को दिए। तभी एंटी करप्शन टीम ने आकर रंगे हाथों एसआई गुलाब सिंह राजपूत को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर सूरजपुर पुलिस को सौंप दिया।
जिसके बाद कर्नल ने ₹400000 की रिश्वत देना स्वीकार किया। इसके बाद कर्नल ने मेरठ की एंटी करप्शन टीम से मामले की शिकायत की और शुक्रवार को एंटी करप्शन टीम ग्रेटर नोएडा पहुंचे जहां पर उन्होंने कर्नल को केमिकल लगाकर ₹400000 दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को देने के लिए दिए उसके बाद सूरजपुर थाना क्षेत्र के रोहन मोटर्स के पास रिटायर्ड कर्नल विरेंद्र कुमार भाटिया ने केमिकल लगे हुए ₹400000 रिश्वत के रूप में एसआई गुलाब सिंह राजपूत को दिए। तभी एंटी करप्शन टीम ने आकर रंगे हाथों एसआई गुलाब सिंह राजपूत को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर सूरजपुर पुलिस को सौंप दिया।
आरोपी दरोगा के खिलाफ सूरजपुर थाने में हुआ मामला दर्ज
रिश्वत लेते हुए आरोपी दरोगा गुलाब सिंह राजपूत को एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार किया। ट्रेप टीम प्रभारी दुर्गेश कुमार ने सूरजपुर कोतवाली में भ्रष्टाचार की शिकायत दी। रंगे हाथों दरोगा को रिश्वत लेते हुए पकड़ने के बाद मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने सूरजपुर पुलिस को सौंप दिया। जिसके बाद दरोगा के खिलाफ सूरजपुर पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
पुलिस कमिश्नर ने दरोगा को किया बर्खास्त
डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान ने बताया कि मेरठ की एंटी करप्शन टीम के द्वारा ₹400000 की रिश्वत लेते हुए आरोपी दरोगा गुलाब सिंह को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद टीम ने सूरजपुर पुलिस को दरोगा को सौंप दिया। जिसके बाद शाम को कार्यवाही करते हुए गौतम बुध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने आरोपी दरोगा को बर्खास्त कर दिया गुलाब सिंह की सभी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं और उसके खिलाफ विभागीय जांच की जा रही है।