ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा बसाए गए सेक्टरों में कुछ मकान कुई सालो से बंद पड़े हैं। जिनमें बड़ी-बड़ी झाड़ियां उगाई है जिसको लेकर सेक्टर के लोगों ने प्राधिकरण से शिकायत की। जिससे सेक्टरों में गंदगी को खत्म किया जा सके। प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ऐसे मकानों में सफाई की जा रही है लेकिन मकान बंद है और दीवार फांद कर सफाई कर्मचारियों को सफाई करनी पड़ रही है जबकि अलॉटियों का कोई अता पता नहीं है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टरों में बंद कंप्लीशन मकानों की सफाई की शुरुआत की। जिसमें प्राधिकरण कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा बंद मकानों में फैली गंदगी की सफाई की जा रही है। ज्यादातर ऐसे मकान है जो कई साल से बंद है उनमें बड़ी बड़ी झाड़ियां व अन्य गंदगी फैली हुई है। जिसको लेकर प्राधिकरण के द्वारा उनकी सफाई की जा रही है लेकिन यह सभी मकान जो अलॉट हो चुके थे और अभी तक बंद है उनके ताले लगे हुए हैं। प्राधिकरण को दीवार फांद कर अंदर मजदूर भेजकर सफाई कराई जा रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता हरेंद्र भाटी ने बताया कि प्राधिकरण के द्वारा साफ सफाई का काम किया जा रहा है लेकिन जो कंप्लीशन मकान बंद है उनके अंदर साफ सफाई के लिए प्राधिकरण को अलॉटियों को नोटिस देना चाहिए उसके बाद उन्हें बुलाकर ताला खुलवा कर वहां पर साफ सफाई की जाए। जिस प्रकार से प्राधिकरण बंद मकानों के अंदर कर्मचारियों को भेजकर साफ सफाई करा रहा है। ऐसे में यदि किसी अलॉटी के द्वारा बंद मकान में घुसने पर चोरी का इल्जाम ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर लगाया जाता है तो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण स्वयं जिम्मेदार होगा।
उन्होंने बताया की ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को सेक्टरों में ऐसे बंद मकानों के अलॉटियों को पहले नोटिस भेजा जाना चाहिए। जिसके बाद नोटिस में समय दिया जाता और उसके बाद भी मकान का अलॉटी साफ सफाई के लिए नहीं आता है तो प्राधिकरण को उन पर जुर्माना लगाना चाहिए।