आगरा: जिले की बाह तहसील में झरनापुर गांव निवासी अजयराज को राष्ट्रपति द्वारा ‘प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया. 10 वर्षीय अजयराज को यह पुरस्कार उनकी बहादुरी के लिए दिया गया है. अजय ने चंबल नदी में मगरमच्छ से अपने पिता की जान बचाई थी. अजयराज को दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा यह पुरस्कार मिलने से परिवार और क्षेत्र के लोग बेहद खुश हैं.

अजयराज के चाचा सुधीर सिंह ने बताया कि उस दिन भी शुक्रवार था. जिस दिन अजयराज को पुरस्कार मिला, वह दिन भी शुक्रवार का रहा. उन्होंने बताया कि वह घटना 25 जुलाई 2025 की है. आगरा-धौलपुर सीमा के पास बासौनी थाना के गांव झरनापुरा निवासी किसान वीरभान (35) अपनी बेटी किरन (13) और बेटे अजयराज (10) के साथ चंबल नदी के किनारे बकरियां चरा रहे थे. बच्चों को प्यास लगी, तो वीरभान चंबल नदी में बोतल से पानी भरने गए.
मगरमच्छ पर बरसाए डंडे: जब वीरभान नदी में पहुंचे और बोतल में पानी भरने लगे, तभी एक मगरमच्छ ने हमला कर दिया. मगरच्छ ने वीरभान का पैर जबड़े में दबा लिया. वीरभान ने पूरी ताकत लगाई और जोर से चिल्लाए. मगरमच्छ किसान का पैर खींचने लगा.
पिता की आवाज सुनकर 10 साल के अजय ने चंबल नदी में छलांग लगा दी. उसने डंडे से मगरमच्छ को पीटना शुरू कर दिया. अजयराज ने मगरमच्छ के जबड़े पर ताबड़तोड़ डंडे बरसाए. इससे मगरमच्छ ने वीरभान का पैर छोड़ दिया और नदी में समा गया.
चर्चित हुआ बहादुरी का किस्सा: अजयराज ने अपनी बहादुरी से पिता वीरभान की जान बचा ली. तब तक आसपास के चरवाहे और किसान भी नदी किनारे जुट गए थे. इसके बाद अजयराज की बहादुरी के चर्चे सुर्खियों में आ गए.
घायल वीरभान को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. वहां से उन्हें आगरा रेफर कर दिया गया. इस घटना के चर्चे जिला मुख्यालय तक पहुंचे. इसके बाद कई सामाजिक संगठनों ने अजयराज को सम्मानित किया.
मां का हो चुका निधन: वीरभान के भाई सुधीर सिंह ने बताया कि बड़े भाई की पत्नी आरती देवी का निधन हो गया है. उनके तीन बच्चे हैं. सबसे बड़ी बेटी किरन, दूसरे नंबर पर अजयराज और तीसरा बेटा कुशाल है. फिलहाल अजयराज की दादी रतन देवी ही बच्चों का लालन-पालन करती हैं.
दिल्ली से आई थी कॉल: सुधीर सिंह ने बताया कि 15 दिन पहले दिल्ली से फोन कॉल आया था. तब हमें बताया गया कि अजय को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया जाएगा. यह समाचार मिलते ही परिवार में खुशियां छा गईं.
सुधीर सिंह ने बताया कि बड़े भाई वीरभान अपने साथ अजय को लेकर दिल्ली गए हैं. वहां पर देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अजयराज को पुरस्कार और सम्मान दिया है. यह पूरे परिवार के लिए खुशी का पल है.













