संचार न्यूज़। देश में लोकसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है चावन के दौरान धनपाल के दुरुपयोग को रोकने के लिए बनाई गई स्टेटिक सर्विलांस टीम लगातार कार्रवाई कर रही है स्टेटिक सर्विलांस टीम फर्स्ट जेवर विधानसभा और कासना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चेकिंग के दौरान एक गाड़ी से 11 लख रुपए से अधिक की रकम कैश बरामद की है। टीम के द्वारा रकम की जानकारी जुटाना का प्रयास किया जा रहा है।
दरअसल, आगामी लोकसभा चुनाव निर्वाचन 2024 की दृष्टिगत पुलिस कमिश्नर गौतम बुद्ध नगर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को स्टेटिक सर्विलांस टीम प्रथम जेवर विधानसभा व कासना पुलिस द्वारा ईस्टर्न पेरिफेरल के कासना सिरसा टोल पर चेकिंग पॉइंट से एक संदिग्ध कार को रोका गया। कार से पुलिस ने 11 लाख से अधिक की नगद राशि बरामद की है। इसके बारे में कार चालक के द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया
सोमवार को कासना पुलिस और स्टैटिक शर्मिला टीम सिरसा टोल प्लाजा के पास ईस्टर्न पेरिफेरल पर चेकिंग कर रही थी तभी पुलिस को एक गाड़ी आई हुई दिखाई दे पुलिस ने जब गाड़ी को रोक कर उसको चेक किया तो गाड़ी से पुलिस को 1158400 रुपये नगद बरामद हुए। इस मामले में नकदी की जानकारी आयकर विभाग को दे दी गई है विभाग के नोडल अधिकारी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह पैसा कहां से लाया गया और कहां पहुंचने का प्रयास किया जा रहा था।
गौतम बुध नगर में होने वाले लोकसभा चुनाव की चुनावी सरगामी तेज है ऐसे में रुपए खपाने का प्रयास भी तेज हो गया है। स्टेटिक सर्विलांस टीम के फ्लाइंग स्क्वॉड के द्वारा लगातार जिले में चेकिंग की जा रही है। चेकिंग के दौरान कार रोक कर जांच की गई तो गाड़ी से 1158400 रुपये बरामद हुए है। गाड़ी डीएल 3सी सीवी 3909 के चालक राकेश कुमार से पुलिस पूछताछ कर रही है। राकेश कुमार नई दिल्ली के बदरपुर पहलादपुर का रहने वाला है। पुलिस के द्वारा जब बरामद रुपयों के बारे में पूछताछ की गई तो चालक जानकारी नहीं दे सका। इस मामले में बरामद की गई रकम की जानकारी आयकर विभाग को दे दी गई है।
लोकसभा चुनाव में रकम को खपाने की आशंका
देश में लोकसभा को देखते हुए आचार संहिता लागू कर दी गई है ऐसे में पुलिस में अन्य टीम में अवैध रकम के आदान-प्रदान को लेकर वाहन चेकिंग कर रही है ताकि चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन ना हो और कहीं भी काले धन का दुरुपयोग नहीं हो सके। घर से बरामद रूपों के बारे में जब चालक ने कोई जानकारी नहीं दी तो पुलिस ने कर चालक व रूपों को कब्जे में ले लिया है आयकर विभाग सहित अन्य एजेंसी को भी इसकी जानकारी दे दी गई है।