संचार न्यूज़। भारतीय महिला पहलवानों को जंतर मंतर पर विरोध जारी रखने की अनुमति देने के लिए भारतीय किसान यूनियन ने संयुक्त किसान मोर्चा के आव्हान पर सूरजपुर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर एडीएम को ज्ञापन सौपा। इसके साथ ही ज्ञापन में सांसद बृजभूषण शरण की गिरफ्तारी व उसके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
दरअसल, देश की महिला पहलवान 23 अप्रैल 2023 से दिल्ली के जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर धरना दे रही है जबकी केंद्र सरकार जनवरी 2023 में आरोपी सांसद के खिलाफ जांच करने और आवश्यक कदम उठाने के लिए खिलाड़ियों से किए वादे को पूरा करने में विफल रही है। खिलाड़ियों को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा और न्यायालय द्वारा मामले की सुनवाई शुरू करने के बाद ही दिल्ली पुलिस ने आरोपी बृजभूषण शरण के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की है।
गुरुवार को बीकेयू ने सूरजपुर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एडीएम वन्दिता श्रीवास्तव को सौपा। ज्ञापन के माध्यम से भारतीय किसान यूनियन ने कहां कि जब खिलाड़ियों ने अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए 28 मार्च को दिल्ली में एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला लेकिन दिल्ली पुलिस जो केंद्र सरकार के नियंत्रण में है उसने विरोध मार्च का क्रूरता से दमन किया। जिसके बाद पहलवानों को हिरासत में ले लिया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध स्तर से हटा दिया गया है जो पूरी तरह से गलत और अलोकतांत्रिक था।
संयुक्त किसान मोर्चा के द्वारा राष्ट्रपति को दिए ज्ञापन में उन्होंने कहा कि आप खुद एक किसान की बेटी होने के नाते जानती हैं कि कुश्ती एक ग्रामीण खेल है और बृजभूषण शरण की शिकार ज्यादातर लड़कियां ग्रामीण किसान परिवार से हैं इसलिए हमें चिंता है कि जिन किसानों की बेटियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत की है और देश को गौरव दिलाया है। उनके साथ राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के इशारे पर केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत क्रूरता के साथ व्यवहार किया जा रहा है। इसलिए राष्ट्र के प्रमुख होने के नाते हम आपसे यह अनुरोध करते हैं कि केंद्र सरकार महिला पहलवानों को दिल्ली के जंतर मंतर पर अपना धरना जारी रखने की अनुमति दें।
एडीएम को सौंपे ज्ञापन में बीकेयू ने कहा कि महिला पहलवानों के साथ क्रूरता के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और बृजभूषण शरण को गिरफ्तार कर तेजी से चार्जसीट दाखिल करने और अभियोजन के लिए उनकी हिरासत में पूछताछ की जाए जिससे भारत की बेटियों के सम्मान की रक्षा हो।
इस मौके पर सुरेंद्र नागर, रोबिन नागर, अमित कसाना, बेगराज प्रधान, सुनील प्रधान, योगेश भाटी, सोनू भाटी, धर्मपाल, स्वामी, सुभाष, भिकारी प्रधान, इंद्रेश चेची, विनोद पंडित, दिनेश शर्मा, सुधीर कुमार भाटी और नवनीत खटाना सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।