शेयर ट्रेडिंग के खेल में अपनी मेहनत की कमाई लगाकर रातों-रात अमीर बनने के सपने देखने वाले थोड़ा सावधान हो जाएं। यह खबर आपके लिए बेहद खास है शेयर ट्रेडिंग (Share Trading) के नाम पर नोएडा सहित देश के कई राज्यों में जालसाजी का बड़ा खेल खेला जा रहा है। इन जालसाजों के जाल में फंसकर नोएडा के एक व्यवसाई ने करोड़ों रुपए गवां दिए हैं।
नोएडा पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी साइबर क्राइम विवेक रंजन राय ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-40 निवासी व्यवसाई रजत बोथरा ने साइबर क्राइम थाने में एक रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 28 अप्रैल 2024 को उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप नंबर 882821 7032 से ऐड किया गया। यह ग्रुप शेयर ट्रेडिंग के मुनाफे के बारे में बताता था इस ग्रुप के द्वारा उन्हें शेयर ट्रेडिंग से होने वाले मुनाफे के बारे में बताया गया और एक लिंक भेजा गया। जिस पर क्लिक करके और कई स्टेप फॉलो करने के बाद उनके मोबाइल पर एक ऐप डाउनलोड हो गया। जालसाजों द्वारा उन्हें बताया गया कि शेयर ट्रेडिंग के जरिए उन्हें बेहतर मुनाफा मिल सकता है। शेयर ट्रेडिंग में पैसे लगाने के चक्कर में उन्होंने 1 महीने के अंदर लगभग 9.9 करोड रुपए विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने कुल 13 बार में यह राशि बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की। इस दौरान उनके द्वारा ट्रांसफर किए गए पैसों को विड्रॉल करने की कोशिश की गई लेकिन पैसे नहीं निकाल पाए। क्योंकि एप्लीकेशन पैसे निकालने की अनुमति नहीं देता था। तभी उन्हें शक हुआ कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है।
पुलिस कर रही जांच
फर्जी वेबसाइट व लिंक और एप्लीकेशन तैयार का शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे के नाम पर करोड रुपए की ठगी उनसे की गई है। उन्होंने इस संबंध में 29 मई को एनसीआर पोर्टल पर घटना की शिकायत दर्ज कर दी। इसके बाद साइबर क्राइम थाने की पुलिस सक्रिय हुई और उन्होंने रजत के एक करोड़ 62 लाख रुपए फ्रीज करा दिए। एसीपी ने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि व्यवसाई के साथ की गई ठगी के जाल कई राज्यों में फैले हुए हैं। जांच में पता चला है कि जिन बैंक अकाउंट में 9 करोड़ 9 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए हैं वह बैंक अकाउंट चेन्नई, असम, भुवनेश्वर, हरियाणा और राजस्थान में खुले हुए हैं। पुलिस इन बैंक अकाउंट की जांच कर रही है और साइबर ठग को पकडऩे के लिए एक टीम भी बनाई गई है।