पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के मदरसे में पढ़ाने वाले मौलाना ने नाबालिग छात्रा को प्रेमजाल में फंसा लिया। एक माह पूर्व आरोपी मौलाना उसे भगाकर मुरादाबाद ले आया, यहां पीटीसी परिसर में चल रहे निर्माण कार्य स्थल पर मजदूरी करने लगा और वहीं मजदूरों के लिए बनाए गए झुग्गी में नाबालिग को पत्नी की तरह रखने लगा। शनिवार को दार्जिलिंग पुलिस की टीम ने सिविल लाइंस पुलिस के साथ दबिश देकर आरोपी मौलाना मोहम्मद अलाउद्दीन को गिरफ्तार कर किशोरी को बरामद कर लिया। ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस उसे लेकर दार्जिलिंग रवाना हो गई।
एसएचओ सिविल लाइंस मनीष सक्सेना ने बताया कि शनिवार सुबह पश्चिम बंगाल के दार्जिजिंग जिले के नक्सलबाड़ी थाना के एसआई ने टीम के साथ थाने पहुंचे। बताया कि उनके थाना क्षेत्र के गांव नक्सलबाड़ी लालपूल निवासी मोहम्मद अलाउद्दीन वहां के एक मदसरे में पढ़ाता था। उसने पढ़ाने के दौरान ही 17 वर्षीय छात्रा को प्रेमजाल में फंसा लिया। पत्नी और तीन बच्चे होने के बावजूद आरोपी मौलाना बीते 20 मई को किशोरी को लेकर वहां से भाग निकला। किशोरी के पिता ने थाने में केस दर्ज कराया था, जिसके बाद से पुलिस तलाश में जुटी थी।
लोकेशन मिलने के बाद पुलिस यहां पहुंची। एसएचओ मनीष सक्सेना ने बताया कि दार्जिलिंग पुलिस के एसआई के साथ कैंप चौकी प्रभारी रोहित चौधरी को लगाया गया। टीम ने दबिश देकर पीटीएस परिसर में बन रहे बहुमंजिला इमारत के पास बनी मजदूरों की झुग्गी से आरोपी मौलाना अलाउद्दीन को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से किशोरी को भी बरामद कर लिया। पूछताछ में पता चला कि दार्जिलिंग से भागने के बाद मौलाना अलाउद्दीन किशोरी को लेकर मुरादाबाद आ गया था। यहां वह पीटीएस के निर्माणाधीन बिल्डिंग के काम में मजदूरी करने लगा और वहीं किशोरी को पत्नी की तरह रख रहा था। एसएचओ सिविल लाइंस मनीष सक्सेना ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद दार्जिलिंग पुलिस ने रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से ट्रांजिट रिमांड पर उसे लेकर दार्जिलिंग रवाना हो गई। चूंकि मुकदमा वहीं नक्सलबाड़ी थाने में दर्ज है इसलिए आगे की कार्रवाई वहीं होगी।