गौतम बुद्ध नगर। बरसात के मौसम में संभावित बाढ़ और जलभराव की चुनौतियों को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देशों तथा अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार के मार्गदर्शन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आमजन की सुरक्षा के लिए विस्तृत एडवाइजरी जारी की गई है।
जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी ने बताया कि यह एडवाइजरी लोगों को प्रशिक्षित और सतर्क रखने के उद्देश्य से जारी की गई है ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में जनहानि और नुकसान को रोका जा सके।
बाढ़ से बचाव के लिए दिशा-निर्देश
एडवाइजरी में कहा गया है कि अचानक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहें और पक्के मकानों के भीतर सुरक्षित आश्रय लें। अस्थायी व कमजोर संरचनाओं को या तो सुरक्षित किया जाए या खाली कर दिया जाए। बिजली का बैकअप प्लान तैयार रखें और नालों व मौसमी धाराओं के पास जाने से बचें। बारिश के दौरान वाहन सावधानी से चलाने और जलमग्न अंडरपास तथा पुलों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
विशेष रूप से चेताया गया है कि जलभराव की स्थिति में बच्चों को पानी में जाने या खेलने से रोकें क्योंकि यह जानलेवा साबित हो सकता है। आकाशीय बिजली की स्थिति में पेड़ों के नीचे, बिजली के खंभों के पास या खुले मैदानों में खड़े होने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। पीने के लिए केवल उबला हुआ या क्लोरीन युक्त पानी ही इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
नाव दुर्घटनाओं से बचाव
नाव से यात्रा करने वालों को अनिवार्य रूप से लाइफ जैकेट पहनने, नाव में प्राथमिक उपचार बॉक्स, रस्सी और ट्यूब रखने के निर्देश दिए गए हैं। नियमों के अनुसार, 15 से 30 यात्रियों वाली नाव पर दो नाविक और 30 से अधिक यात्रियों वाली नाव पर तीन नाविक अनिवार्य रूप से मौजूद रहें। वही प्राधिकरण ने अपील की है कि लोग सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन कर सुरक्षित रहें।