Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा में अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस ने संयुक्त प्रयास शुरू कर दिया है। ग्रेटर नोएडा में लगातार हो रही आपराधिक वारदातों को देखते हुए शहर के 350 प्वाइंटों को चिन्हित किया गया है जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरा को लगाने में लगभग 227 करोड़ की लागत आएगी जो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण वहन करेगा। इन कैमरों से शहर की सुरक्षा को हाईटेक बनाया जायेगा।
दरअसल, गौतम बुध नगर में पुलिस कॉमिशनरेट लागू होने के बाद लगातार अपराध में कमी आई है। लेकिन उसके बाद भी लूट, चोरी व छेड़छाड़ जैसी वारदातें लगातार होती रहती हैं। इसके साथ ही शहर में एक्सीडेंट व जाम की स्थिति भी बनी रहती है। जिसको देखते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस प्रशासन ने शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का निर्णय लिया है। जिसके चलते किसी भी आपातकाल की स्थिति से निपटने में सीसीटीवी कैमरा की फुटेज से पुलिस को सहायता मिलेगी।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने बताया कि सर्विलेंस एंड ट्रेफिक मॉनिटरिंग (आईएसटीएमएस) सिस्टम के द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस की पहल से पूरे शहर को हाईटेक बनाने की योजना शुरू कर दी गई है। ग्रेटर नोएडा में प्राधिकरण व पुलिस ने 350 प्वाइंटों को चिन्हित किया गया है जहां पर 2739 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इन कैमरा को लगाने में 227 करोड़ की लागत आएगी। जिससे शहर में होने वाली लूटपाट, चोरी व छेड़छाड़ की घटनाओं पर शिकंजा का सजा सकेगा। इसके साथ ही शहर में लगने वाले जाम से भी लोगों को निजात मिलेगी। यह सभी कैमरे हाईटेक टेक्नोलॉजी से लैस होंगे जो ओवर स्पीड करने वालों पर भी शिकंजा कसने में पुलिस की मदद करेंगे।
इसके साथ ही एसीईओ ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट, परी चौक और सूरजपुर जहां लगातार जाम लगता है ऐसे में कैमरा से मदद मिलेगी। इस दौरान कैमरे कमांड कंट्रोल रूम में संकेत करेंगे जहां जाम लगेगा वहां की स्थिति को देखते हुए यातायात पुलिस जाम से लोगों को निजात दिलाएगी। इसके साथ ही शहर में यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वाले और हाई स्पीड से गाड़ी चलाने वालों पर भी इनके द्वारा शिकंजा का जा सकेगा। इन कैमरा की मदद से एक्सीडेंट होने पर घायलों को जल्द अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा। वहीं चोरी के मामलों में आरोपियों की पहचान करने में भी यह कैमरे मददगार साबित होंगे।