पेरिस: आखिरी मिनटों में पेनल्टी स्ट्रोक पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह के गोल के दम पर तोक्यो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम ने पेरिस में अपने अभियान का आगाज न्यूजीलैंड पर शनिवार को 3-2 से मिली रोमांचक जीत के साथ किया। एक गोल से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए भारतीय टीम ने बढत बना ली थी लेकिन आखिरी सीटी बजने से सात मिनट पहले न्यूजीलैंड टीम ने 2-2 से बराबरी कर ली। भारत को 57वें से 58वें मिनट के बीच तीन पेनल्टी कॉर्नर और 59वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदलकर युवेस डु मनोयेर स्टेडियम पर भारी तादाद में आए भारतीय समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ा दी।
भारत का अगला मैच अर्जेंटीना से
न्यूजीलैंड के लिए सैम लेन (आठवां मिनट) ने पहला और साइमन चाइल्ड (53वां) ने दूसरा गोल किया जबकि भारत के लिए मनदीप सिंह (24वां मिनट ), विवेक सागर प्रसाद (34वां मिनट) और हरमनप्रीत (59वां मिनट) ने गोल दागे। तोक्यो में 41 साल बाद ओलिंपिक पदक जीतने वाली भारतीय टीम को अब 29 जुलाई को पूल बी के अगले मैच में रियो ओलिंपिक चैंपियन रही अर्जेंटीना से खेलना है और इस मैच में नौ पेनल्टी कॉर्नर गंवाने वाली भारतीय टीम को इस कमी से पार पाना होगा।
न्यूजीलैंड ने दागा था पहला गोल
पहले क्वार्टर में भारतीय टीम दबाव में दिखी और खिलाड़ियों ने कई सहज गलतियां की। गेंद पर नियंत्रण के मामले में भी न्यूजीलैंड ने बाजी मारी। भारत ने हालांकि आक्रामक शुरूआत की और पहले पांच मिनट में ही कीवी गोल पर दो बार हमले बोले, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। न्यूजीलैंड ने जवाबी हमले में आठवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया और सैम लेन ने चौथा ओलिंपिक खेल रहे धुरंधर पी आर श्रीजेश को छकाते हुए गेंद को गोल के भीतर डाल दिया।
भारत ने दूसरे हाफ में की बराबरी
भारत को 10वें मिनट से 15वें मिनट तक 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा जब गुरजंत सिंह को ग्रीन कार्ड दिखाया गया। भारतीय टीम खुशकिस्मत रही कि न्यूजीलैंड टीम लगातार हमलों को गोल में नहीं बदल पाई। दूसरे क्वार्टर में भारतीय टीम पूरी तरह बदली हुई नजर आई और न्यूजीलैंड को दबाव में ला दिया। भारत को 24वें मिनट में संजय ने पहला पेनल्टी कॉर्नर दिलाया, जिनका यह पदार्पण ओलिंपिक है। हरमनप्रीत सिंह का शॉट कीवी गोलकीपर ने बचा लिया लेकिन अगले मिनट भारत को फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला। हरमनप्रीत का शॉट बचा लिया गया, लेकिन मनदीप ने रिबाउंड पर गेंद को गोल के भीतर डालकर भारत को बराबरी दिलाई।
भारत को मिली 2-1 की लीड
हाफटाइम तक स्कोर 1 -1 से बराबर था। ब्रेक के बाद भारतीय टीम काफी आक्रामक तेवरों के साथ उतरी और तीसरे ही मिनट में मनदीप ने सर्कल पर से बैकहैंड पास दिया, जिसे अभिषेक ने पकड़ा लेकिन सुखजीत और राजकुमार पाल की पोजिशनिंग सही नहीं थी जिससे गोल नहीं हो सका। अगले ही मिनट भारत की फॉरवर्ड पंक्ति ने फिर हमला बोला और मनदीप ने सुखजीत को गेंद सौंपी और आखिरी स्टिक विवेक की लगी, जिससे भारत ने खूबसूरत फील्ड गोल करके बढत बना ली ।
रोमांचक चौथे क्वार्टर में जीता भारत
चौथे क्वार्टर में न्यूजीलैंड को 52वें मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले और तीसरे पर रिबाउंड में चाइल्ड ने बराबरी का गोल दागकर भारतीय खेमे को सकते में ला दिया। अब तक 307 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके चाइल्ड का यह 147वां गोल था, इसके बाद भारत को 59वें मिनट में जवाबी हमले पर पेनल्टी स्ट्रोक मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदला।