बलरामपुर : जिले के सोहेलवा वन क्षेत्र में आदमखोर तेंदुए के हमले लगातार जारी हैं. तेंदुए ने एक और मासूम को अपना शिकार बना लिया है. बारहवां वन रेंज के धर्मपुर गांव के 9 वर्षीय बच्चे को तेंदुआ जंगल में खींच ले गया. उसका क्षत-विक्षत शव झाड़ियों मिला है. घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम ने तेंदुए की तलाश शुरू कर दी है. जिलाधिकारी अरविंद कुमार सिंह ने एसडीएम तुलसीपुर और वन विभाग की टीम को तेंदुए को पकड़ने के निर्देश दिए हैं. क्षेत्रीय विधायक एसपी यादव ने मृतक बच्चों के परिजनों को दस-दस लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की है.
बकरी चराकर घर लौट रहा था बच्चा, तभी आदमखोर ने किया हमला
क्षेत्रीय वन अधिकारी एमबी सिंह ने बताया कि धर्मपुर गांव निवासी शरीफ अहमद का 9 वर्षीय पुत्र समीर बच्चों के साथ गांव के बाहर बकरी चराने गया था. सोमवार शाम जब सब लौट रहे थे, तभी झाड़ियों में घात लगाए बैठे तेंदुए ने हमला किया और बच्चे को जबड़े दबाकर उठा ले गया. बच्चों की चीखपुकार सुनकर गांववाले दौड़े, तब तक तेंदुआ गायब हो चुका था. घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बच्चे की तलाश शुरू की.
झाड़ियों में मिला बच्चे का क्षत विक्षत शव
बच्चे की खोजबीन के कुछ देर बाद उसका क्षत-विक्षत शव गांव के पास झाड़ियों में पड़ा मिला. क्षेत्रीय वन अधिकारी एमबी सिंह ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. आगे विभागीय कार्यवाही की जाएगी. जिलाधिकारी अरविंद सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया. तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजड़ा लगाने और ड्रोन कैमरों से तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं. वन विभाग के विशेषज्ञों को भी इसमें लगाया गया है. बताया कि शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाएगा.
तेंदुए को पकड़ने के लिए लगीं चार टीमें
प्रभागीय वनाधिकारी डॉ. सैम मारन एम ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए 4 टीमें लगाई गई हैं. तेंदुए को टैप करने के लिए कैमरे भी लगाए जा रहे हैं. साथ ही ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है. दूसरी तरफ क्षेत्रीय विधायक एसपी यादव ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. कहा कि इसी कारण मासूम बच्चों की जान जा रही है. उन्होंने सरकार से मांग की कि मृतक बच्चों के परिजनों को दस-दस लाख का मुआवजा दिया जाए.
पिछले एक माह के अंदर छह बच्चों की गई जान
बता दें कि पिछले एक माह में तेंदुए के हमले में दो बच्चियों सहित 6 मासूमों की मौत हो चुकी है. नवंबर के पहले सप्ताह में तेंदुए ने पहला शिकार किया. इसके बाद लालनगर सिपहिया गांव के दो बच्चों को एक-एक कर निवाला बनाया. अभी कुछ दिन पहले ही सिकटिहवा मोड़ पर मासूम को खींच ले जाने की कोशिश की थी. बच्चों की मौत से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. लोग अपने बच्चों को स्कूल तक भेजने में डरने लगे हैं. तेंदुए को पकड़ने के लिए जौनपुर, सिद्धार्थनगर, बाराबंकी के विशेषज्ञों सहित चार टीमें लगातार गांवों में भ्रमण कर रही हैं. सोहेलवा वन क्षेत्र 452 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें सात रेंज हैं.