Sanchar Now। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों का आंदोलन अब ज्यादा उग्र होता नजर आ रहा है। कल नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे किसानों की गिरफ्तारी के बाद किसान नेताओं ने यमुना एक्सप्रेसवे पर महा पंचायत का ऐलान किया है। आज बुधवार को सुबह 11:00 से यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर किसान नेता राकेश टिकट के आह्वान पर महापंचायत बुलाई गई है। जिसमें इस आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
दरअसल, किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी मुजफ्फरनगर के सिसौली में मंगलवार को किसान भवन पर आपातकालीन पंचायत बुलाई थी। इस पंचायत को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं ने संबोधित किया था। बैठक में तय किया गया कि पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसान बुधवार को गौतम बुद्ध नगर में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर इकट्ठा होंगे। राकेश टिकैत ने इसके लिए सोशल मीडिया पर भी एक वीडियो जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि बुधवार की सुबह ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत होगी। इस महा पंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी किसान नेता पहुंचेंगे और आंदोलन को लेकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। वहां पर फैसला किया जाएगा कि सरकार से बात करनी है या नहीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि जब तक गिरफ्तार किए गए सभी किसान पंचायत में मौजूद नहीं होंगे तब तक कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा।
वही संयुक्त किसान मोर्चा के नेता बृजेश भाटी ने भी सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में बताया कि नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर किसान शांतिपूर्वक अपना धरना दे रहे थे। पुलिस ने बर्बरता पूर्वक संयुक्त मोर्चा के सिर्फ किसान नेताओं के साथ भारी संख्या में किसानों को वहां से गिरफ्तार किया है। इसके विरोध में यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर बुधवार की सुबह महापंचायत की जाएगी। इसलिए सभी किसान संगठन भ्रमित न हो और अपने किसान नेताओं को जेल से रिहा करने और अपनी मांगों को लेकर यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर होने वाली महापंचायत में शामिल हो। इस महापंचायत में किसानों के बड़े नेता राकेश टिकैत भी पहुंच रहे हैं।
नोएडा में किसानों पर बलपूर्वक आंदोलन खत्म करने और उनकी की गिरफ्तारी के चलते किसान संगठन भी एकजुट होते नजर आ रहे हैं। अन्य संगठनों का भी कहना है कि नोएडा में शांतिपूर्ण तरीके से किसान धरना दे रहे थे जिस पर पुलिस ने बर्बरता के साथ उन्हें गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया। यह कहीं ना कहीं देश के किसानों के सम्मान के प्रति खिलवाड़ किया गया है।