Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा में जेवर क्षेत्र के मुतैना गांव की फसल रजवाहे का पानी काटने से खेतों में पानी भर गया है। इस पानी से किसानों की 150 बीघा से अधिक फैसले बर्बाद हो गई है। जल भराव के कारण फैसले गल कर पानी में गिर गई है जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। प्रभावित किसान प्रशासन व शासन से नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
दरअसल, जेवर क्षेत्र में रजवाहे के पानी कट जाने से किसानों की धान की फसल बर्बाद हो रही है। धान की फसल इस समय पककर तैयार है और कटाई होनी थी लेकिन अचानक से रजवाहे के पानी भर जाने से धान की फसल में पानी भर गया है। जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। पहले हुई बारिश से किसानों की फसल को नुकसान हुआ था वही अब राजवाहे के ज्यादा पानी भर जाने से फसल बर्बाद हो गयी है।
जेवर के मुतेना गांव के निवासी प्रदीप चौधरी ने बताया कि हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद जंगल में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि पड़ोसी भट्टा गांव के किसानों के खेत में भी रजवाहे के काटने से अधिक पानी जमा हो गया है। जिसके चलते भट्टा गांव के किसानों ने उनके जंगल में पानी का कटान कर दिया। इस कटान के कारण मुतेना गांव के किसानों की फैसले डूब गई है। जिससे अधिकांश धान की फसल शामिल है। धान की फसल पकने के बिल्कुल नजदीक थी अब पानी भर जाने के चलते किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
इसके साथ ही गांव के किसान रामवीर सिंह ने बताया कि उनकी 20 बीघा से अधिक धान की फसल इस पानी के भर जाने से बर्बाद हो गई है जिसके चलते उन्होंने सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है। वही किसान अमर सिंह ने बताया कि बारिश के कारण पानी से अधिक नुकसान नहीं हुआ बल्कि भट्टा गांव के किसानों के द्वारा उनके खेतो में भरे पानी का बहाव उनके जंगल की ओर करने से फैसले बर्बाद हो रही है। किसानों को लगातार आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है जिसकी भरपाई के लिए उन्होंने प्रशासन व सरकार से मुआवजे की गुहार लगाइए।