ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों का बड़ा कारनामा सामने आया है। बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने दो साल में 71 लाख रुपये की चाय-नाश्ता गटक लिए। RTI के एक जवाब में इसका खुलासा हुआ है। इसके बाद ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारी सवालों के घेरे में आ गए हैं। अधिकारी आम बैठक और किसानों के नाम पर हुई बैठक में 71 लाख का चाय नाश्ता गटक गए।
एक महीने में पौने चार लाख का बिल
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने आरटीआई के जवाब में बताया कि यह बिल क्षेत्रीय बैठकों और किसानों की बैठकों के दौरान आया है। एक महीने में सबसे ज्यादा बिल करीब पौने चार लाख यानी 3,84,746 रुपये का बनाया गया है। चाय नाश्ते के बिल का ब्योरा ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने आरटीआई के जवाब में दिया है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने जवाब में बताया कि कार्यालय में शासन की बैठक, समीक्षा बैठक, क्षेत्रीय किसानों के साथ बैठकों और अन्य बैठकों में जलपान चाय-नाश्ते के दौरान खर्चा हुआ है।
अप्रैल-मई महीने में 2 -2 लाख का बिल
बिल का ब्यौरा हर महीने का दिया गया है। अप्रैल और मई महीने में भी 2 -2 लाख रुपये का बिल आया है। अप्रैल में 1 लाख 74 से ज्यादा का बिल है, वहीं मई का 2 लाख 28 हजार से ज्यादा का बिल आया है। सर्वाधिक बिल दिसंबर 2021 का है। 21 दिसंबर 2021 को सबसे ज्यादा 3,84,746 रुपये का बिल बना है।
लॉकडाउन में भी करीब 2-2 लाख की चाय
RTI के जवाब में लॉकडाउन अवधि में भी अधिकारी करीब-करीब 2-2 लाख रुपये की चाय नाश्ता डकार गए। अप्रैल 2020 से जून 2022 तक का ब्यौरा दिया गया है। RTI कार्यकर्ता का कहना है कि मामले में घपलेबाजी की गई है। लिहाजा इसकी शिकायत लोकायुक्त और मुख्यमंत्री कार्यालय में भी करेंगे।