संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा के मामले में पुलिस ने बुधवार को इसमें शामिल लोगों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 45 उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए।
पोस्टर सीसीटीवी फुटेज से ली गई तस्वीरों के आधार पर जारी किए गए हैं। इन तस्वीरों में भीड़ को उकसाने वाले लोगों के साथ पुलिस और सर्वे की टीम पर पत्थर बरसाने वाले लोग दिख रहे हैं। पुलिस ने बहुत से उपद्रवियों का नाम और पता सार्वजनिक भी कर दिया है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उपद्रव के दौरान हुई क्षति की भरपाई भी इन्हीं उपद्रवियों से कराई जाएगी। सीसीटीवी की इन तस्वीरों में ये उपद्रवी मुंह पर कपड़ा बांधे अपने हाथों में पत्थर लिए नजर आ रहे हैं। कुछ पुलिस टीम और सर्वे के लिए गई टीम पर दनादन पत्थर बरसाते भी दिख रहे हैं।
इस मामले में संलिप्त तीन महिलाओं को बुधवार की सुबह पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इन महिलाओं पर उपद्रव में शामिल होने का आरोप है। शासन की तरफ से हिंसा में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश भी दिए जा चुके हैं।
अब तक मोबाइल, सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरों से मिले वीडियो के आधार पर 100 से ज्यादा आरोपियों को चिह्नित किया जा चुका है, जिनमें से 27 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एसपी कृष्ण कुमार ने कहा कि पुलिस पर पथराव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, लेकिन हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो। हिंसा के संबंध में सामने आए वीडियो के आधार पर सभी उपद्रवियों को चिह्नित किया जा रहा है। पुलिस कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है।
पुलिस ने अब तक जितने भी आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से तीन ऐसे हैं, जिनकी आंखों में हरे रंग का लोशन लगा हुआ दिखा। इसे लगाने की पीछे की वजह पूछे जाने पर बताया गया कि इसे लगाने से आंसू गैस का असर बहुत कम पड़ता है।