संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा वेस्ट। सेक्टर-2 स्थित एरोस सम्पूर्णम सोसाइटी एक बार फिर शांतिपूर्ण संघर्ष का गवाह बनी, जहां लगातार चौथे रविवार को निवासियों ने प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की। यह आंदोलन सोसाइटी की गम्भीर समस्याओं — वीसीएएम चार्ज हटाने, डीजल जनरेटर (डीजी) बिजली संकट के समाधान, पानी की किल्लत और खराब मेंटेनेंस सेवाओं में सुधार — को लेकर है।
दरअसल, सोसायटी के निवासियों ने दो टूक कहा कि वह अब नही झुकेंगे चाहे बिल्डर अपनी शक्ति और संसाधनों से आंदोलन को दबाने की कितनी भी कोशिश करे, वे पीछे हटने वाले नहीं हैं। जब तक हमारी समस्याएं नहीं सुलझेंगी, संघर्ष जारी रहेगा। साथ ही, 126/135 नोटिस के खिलाफ वे मजिस्ट्रेट और एसीपी से मिलकर कानूनी पक्ष मजबूती से रखेंगे।
मैनेजमेंट की चुप्पी, बढ़ता जनसंतोष
निवासियों के अनुसार, पहले सप्ताह सौंपे गए ज्ञापन के बावजूद न तो कोई समाधान मिला, न ही नेहरू प्लेस स्थित हेड ऑफिस से कोई संवाद। दूसरे सप्ताह पुलिस को शिकायत दी गई, तीसरे सप्ताह मीटिंग का वादा हुआ लेकिन बिल्डर नहीं पहुंचा। अब बिल्डर की ओर से वार्ता के बजाय दबाव और धमकियों की रणनीति अपनाई जा रही है।
कानूनी दबाव के बावजूद नहीं टूटी हिम्मत
01 अगस्त को एसीपी बिसरख को पत्र देकर आंदोलन की अनुमति ली गई, लेकिन इसके अगले ही दिन 02 अगस्त को कुछ प्रमुख निवासियों को BNSS 126/135 का नोटिस भेजा गया, जो चौकी इंचार्ज अजय कुमार सिंह की सिफारिश पर आधारित था — वही अधिकारी जो पहले मध्यस्थता में शामिल थे।
आंदोलन को मिला व्यापक जनसमर्थन
रविवार को हुए प्रदर्शन में वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, युवाओं और बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सोसाइटी के सेल्स ऑफिस के बाहर हुए इस प्रदर्शन किया। इससे स्पष्ट संकेत गया कि यदि बिल्डर बातचीत के लिए आगे नहीं आया, तो आंदोलन 10 अगस्त को भी जारी रहेगा।