मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में तिहाड़ में बंद अरविंद केजरीवाल सरकार के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) को अभी जेल में ही रहना होगा। सुप्रीम कोर्ट में सत्येंद्र जैन ने जमानत की अर्जी लगाई है। इसपर सुनवाई करते हुए अदालत ने प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) से जवाब मांगा है। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और आप नेता सत्येंद्र जैन ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली हाईकोर्ट से झटका लगने के बाद उन्होंने अपनी जमानत के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। जस्टिस एएस बोपन्ना और हिमा कोहली ने ईडी को नोटिस जारी करते हुए सत्येंद्र जैन को यह राहत भी दी कि वो अवकाश बेंच के पास अपनी याचिका लगा सकते हैं। वरिष्ठ वकील अभिषेक सिंघवी सत्येंद्र जैन की तरफ से अदालत में पेश हुए थे। अभिषेक मनु सिंघवी ने पूर्व मंत्री का 35 किलोग्राम वजन घट गया है और वो कंकाल की तरह दिख रही है। वो कई तरह की बीमारियों से भी जूझ रहे हैं। एडिशनल सॉलिसटर जनरल एसवी राजू, ने प्रवर्तन निदेशायल की तरफ से पेश होते हुए कहा जमानत की जरूरत नहीं है।
इसके बाद अदालत की अहम पीठ ने कोई विशिष्ट तारीख नहीं दी, लेकिन कहा कि जैन राहत के लिए शीर्ष अदालत की अवकाशकालीन पीठ से संपर्क कर सकते हैं। इससे पहले 6 अप्रैल को दिल्ली हाईकोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में सत्येंद्र जैन की याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने गवाह के इस दावे पर गौर किया था कि सत्येंद्र जैन अपराध के कर्ताधर्ता, इनिशिएटर और फंड देने वालों में शामिल हैं। अदालत ने कहा था कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एक कद्दावर इंसान हैं और वो सबूतों से छेड़छाड़ कर सकते हैं। सीबीआई ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ भ्रष्टाचार की धाराओं में साल 2017 में केस दर्ज किया था। इसी केस में ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था। सीबीआई द्वारा दर्ज केस में उन्हें 6 सितंबर, 2019 को रेगुलर बेल मिल चुका है। वर्ष 2022 में निचली अदालत ने ईडी द्वारा जैन, उनकी पत्नी और चार फर्मों सहित आठ अन्य के खिलाफ धन शोधन मामले में दायर आरोप पत्र का संज्ञान लिया था।
2 कैदियों को सेल में बुला चर्चा में हैं सत्येंद्र जैन
पिछले कुछ दिनों से सत्येंद्र जैन काफी चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल सत्येंद्र जैन को लेकर हाल ही में खबर सामने आई है कि वो तिहाड़ जेल के जिस सेल में बंद हैं उस सेल के अधीक्षक को उन्होंने खत लिखकर अपनी पसंद के 2 कैदियों को अपने सेल में बुलवा लिया था। इसके पीछे सत्येंद्र जैन ने खत में तर्क दिया था कि वो काफी अकेलापन और घबराहट महसूस कर रहे हैं और मनोवैज्ञानिक ने उन्हें अकेले रहने से मना किया था। इतना ही नहीं सत्येंद्र जैन ने अपने खत में यह भी बताया था कि उन्हें अपने सेल में कौन-कौन से दो कैदी चाहिए।
इधर सत्येंद्र जैन का खत मिलने के बाद जेल अधीक्षक ने बिना जेल प्रशासन को सूचित किये दो कैदी उनके सेल में शिफ्ट कर दिये थे। इस खबर के सामने आने के बाद जेल अधीक्षक का ट्रांसफर कर दिया गया और जेल प्रशासन ने सत्येंद्र जैन के मनोवैज्ञानिक जांच की भी बात कही थी। हालांकि, तिहाड़ में रहते हुए सत्येंद्र जैन पहले भी कई बार चर्चा में रहे हैं। इससे पहले अपने सेल में मसाज करवाते और लजीज व्यंजन का स्वाद लेते हुए भी उनका वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो को लेकर भी काफी हंगामा मचा था।