उत्तर प्रदेश STF ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य मनीष यादव को गिरफ्तार किया है. मनीष यादव गोरखपुर के रहने वाले शशांक पांडे और विक्की लाला के जरिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़ा था. ये इंदौर से गैंग के लिए असलहा सप्लाई करने लगे थे. पुलिस ने बताया कि अप्रैल 2023 में अंबाला में मक्खन सिंह लबाना पर हुई फायरिंग के लिए असलहे मनीष यादव ने ही दिए थे.
लॉरेंस के चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई ने विदेश में बैठकर मक्खन सिंह लबाना से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी. न देने पर उस पर फायरिंग कराई थी. विक्की लाला और शशांक पांडे पहले से अंबाला जेल में बंद है. उन पर हथियार सप्लाई के मामले हरियाणा में दर्ज हैं और मनीष यादव इस केस में वांटेड था. हरियाणा एसटीएफ के इनपुट पर यूपी एसटीएफ ने मनीष यादव को गिरफ्तार किया.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य मनीष यादव गिरफ्तार
बता दें, साल 2019 में मनीष यादव पर मामूली मारपीट का एक केस दर्ज था. जिसके उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी थी. वो यूट्यूब और टीवी चैनलों पर लॉरेंस बिश्नोई की कहानियों को देखकर उससे प्रभावित हुआ. इसके बाद मनीष ने गोरखपुर के रहने वाले शशांक पांडे से मुलाकात की. असलहा सप्लाई कर वह पहले कुछ पैसे इकट्ठा करना चाहता था. फिर लॉरेंस के लिए शार्प शूटर बनकर यूपी का लॉरेंस बिश्नोई बनना चाहता था.
यूपी STF ने गुप्त सूचना के लिए मनीष को पकड़ा
मनीष यादव ने लॉरेंस बिश्नोई को अपना गुरु बताया. वो किसी भी हाल में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ना चाहता था. इस दौरान मनीष को विदेश में बैठे लॉरेंस के चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई के संपर्क में आने का मौका मिला तो उसने 3 पिस्टल शूटरों को दी. पुलिस का कहना है कि मनीष से पूछताछ की जा रही है.