गौतम बुद्ध नगर। जीएसटी लागू होने के आठ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 16 जून 2025 को सीजीएसटी आयुक्तालय, गौतम बुद्ध नगर में जीएसटी दिवस पूर्व समारोह के अंतर्गत एक भव्य जीएसटी कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभागीय अधिकारियों, व्यापार संघों और कर विशेषज्ञों ने मिलकर अब तक की उपलब्धियों और भविष्य की चुनौतियों पर विचार-विमर्श किया
दरअसल, कार्यक्रम की अध्यक्षता संजीव कुमार मिश्रा, आयुक्त, सीजीएसटी गौतम बुद्ध नगर ने की। उन्होंने अपने संबोधन में जीएसटी व्यवस्था की पारदर्शिता और सुदृढ़ता पर प्रकाश डाला और व्यापार समुदाय के साथ विभाग के मजबूत होते संबंधों की सराहना की।
कार्यक्रम की शुरुआत अर्जुन लाल जाट, अपर आयुक्त द्वारा स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने उपस्थित सभी अतिथियों और प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया।
कॉन्क्लेव का समापन दर्पण आम्रवंशी, अपर आयुक्त द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी प्रतिभागियों और आयोजन को सफल बनाने में सहयोग देने वाले अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर “8 वर्ष का जीएसटी की अब तक की यात्रा और आगे की चुनौतियाँ” विषय पर विस्तार से चर्चा हुई। विभिन्न व्यापार संघों के प्रतिनिधियों और कर विशेषज्ञों ने अपनी राय रखी और सुझाव दिए कि किस प्रकार जीएसटी व्यवस्था को और सरल व प्रभावी बनाया जा सकता है।
कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य विभाग और व्यापार जगत के बीच समन्वय को और अधिक सशक्त करना तथा पारदर्शी, उत्तरदायी और कुशल जीएसटी प्रशासन की दिशा में साझा प्रतिबद्धता को दोहराना था। इस आयोजन को सफल बनाने में अधीक्षक विश्वेन्द्र सिंह और निरीक्षक समीर सिंह चौहान की भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। दोनों अधिकारियों ने कार्यक्रम की रूपरेखा, संचालन और व्यवस्थाओं में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया।
कॉन्क्लेव के दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि आने वाले वर्षों में जीएसटी प्रणाली को और तकनीक-सक्षम बनाना होगा ताकि करदाताओं के लिए प्रक्रियाएं अधिक सहज और सुविधाजनक हों।
जीएसटी कॉन्क्लेव मुख्य बिंदु:
- जीएसटी के 8 वर्षों की यात्रा पर सारगर्भित चर्चा
- व्यापार संघों व कर विशेषज्ञों की सक्रिय भागीदारी
- विभागीय अधिकारियों की सराहनीय पहल
- पारदर्शी और कुशल जीएसटी व्यवस्था के प्रति नवीकृत संकल्प
इस अवसर पर व्यापार समुदाय ने भी विभाग की कार्यशैली की सराहना की और अपेक्षा जताई कि भविष्य में ऐसे संवाद के मंच निरंतर आयोजित किए जाएँगे।