ग्रेटर नोएडा के पास दादरी और बुलंदशहर के 80 गांवों की जमीन पर बसने वाले नए नोएडा के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके लिए प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने गुरुवार को अधिकारियों संग बैठक की। सलाहकार एजेंसी को किसानों से सीधे जमीन खरीदने के लिए वार्ता करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए भूमि बैंक भी बनाया जाएगा।
बैठक में नए नोएडा को विकसित किए जाने के लिए प्रथम फेज में अधिसूचित ग्रामों को चयन करने के साथ अधिसूचित गांवों में अवैध और अनधिकृत निर्माण पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए। अधिसूचित गांवों में जनसामान्य को सचेत करने के लिए चेतावनी बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं। सबसे पहले सेक्टर-161 में जमीन के लिए किसानों से बातचीत की जाएगी।
पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा
सबसे पहले 15 गांवों की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जबकि न्यू नोएडा को 80 गांवों की जमीन पर बसाया जाएगा। प्रत्येक गांव में करीब 200 किसान परिवार हैं यानि कुल 16 हजार किसान परिवार हैं। उनके साथ बैठक की जाएगी। पहले फेज में 3165 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।
क्या है पूरा प्लान
गौरतलब है कि, नया नोएडा दादरी और बुलंदशहर के 80 गांवों की जमीन पर बसाया जाना है। यूपी शासन ने 18 अक्टूबर को नए नोएडा के मास्टर प्लान-2041 को मंजूरी दी थी। इसे दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) के रूप में विकसित किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण होने के बाद लेआउट प्लान तैयार किया जाएगा। नया नोएडा 209.11 वर्ग किमी में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। इसके लिए 80 गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इस मास्टर प्लान को चार फेज में पूरा किया जाएगा। यह मास्टर प्लान एसपीए (स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्ट) दिल्ली ने बनाया है। वर्ष 2023-27 तक इसके 3165 हेक्टेयर को विकसित किया जाएगा। इसी तरह 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर एरिया को विकसित किया जाएगा। इसके बाद 2032-37 तक 5908 हेक्टेयर और अंत में 2037-41 तक 8230 हेक्टेयर जमीन को विकसित करने का प्लान है।