महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व अजीत पवार शुक्रवार शाम नोएडा पहुंचे। उन्होंने सेक्टर-19 स्थित विश्व प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार के आवास पर उन्हें महाराष्ट्र भूषण 2024 से सम्मानित किया। इस दौरान उनके साथ जिले के सांसद डॉ महेश शर्मा भी मौजूद रहे।

बता दें राम सुतार के बेटे अनिल राम सितार के अनुसार उनके पिता राम सुतार इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं। स्वास्थ्य कारणों से वह मुंबई में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होने में असमर्थ थे। इसी कारण मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री और मंत्री एड. आशीष शेलार स्वयं उनके घर पहुंचे और उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया।
इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने बिहार चुनाव के नतीजों पर भी खुशी व्यक्त की। मूर्तिकार राम सुतार को अब तक पद्म भूषण (2018) पद्म श्री (1999) और टैगोर पुरस्कार (2018) से सम्मानित किया जा चुका है। राम सुतार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी ( सरदार पटेल 182 मीटर गुजरात), महात्मा गांधी की प्रतिशत प्रतिमा ( भारतीय सांसद सहित 450 शहरों में) और उसके अलावा काफी प्रसिद्ध मूर्तियां तैयार की हैं। मूर्तिकार राम सुतार धुले महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।
महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार महाराष्ट्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है
महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार महाराष्ट्र का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। इस सम्मान के तहत स्मृति चिन्ह और 25 लाख रुपए नगद का पुरस्कार दिया जाता है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति के द्वारा इसका चयन किया जाता है। अब से पहले यह पुरस्कार लता मंगेशकर (1997), सचिन तेंदुलकर (2001), रतन टाटा (2006) और अशोक सराफ (2023) को मिल चुका है।
मार्च में महाराष्ट्र ने अवॉर्ड देने की हुई थी घोषणा
राम सुतार के बेटे अनिल राम सितार ने बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने मार्च में ही इस अवॉर्ड को देने के लिए उनके पिता का नाम घोषित कर दिया था। इसी 17 नवम्बर को उन्हें महाराष्ट्र जान था, लेकिन पिता की खराब तबियत के चलते वह नहीं जा पाए थे, जिसके बाद महाराष्ट्र सीएम ने उनके घर आकर पुरस्कार देने की योजना बनाई।











