ग्रेटर नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) के परी चौक के पास जाम में फंसने के मामले में यातायात निरीक्षक (टीआई) संजय पाल और उप निरीक्षक (टीएसआई) प्रभाकर चौहान को निलंबित कर दिया गया। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि परीचौक आएदिन जाम लगने की शिकायतें मिल रही थीं। इसकी जांच कराई गई। कार्य में लापरवाही बरतने की वजह से दोनों पर कार्रवाई की गई है।
ज्ञात हो कि 11 सितंबर को इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2024 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगवानी करने के लिए एक दिन पहले 10 सितंबर को योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा आए थे। तैयारियों का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री को गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस पहुंचना था।
वैकल्पिक मार्ग से निकाला काफिला
एक्सपोमार्ट के पास बने अंडरपास से होकर सीधे गेस्ट हाउस जाना था। अंडरपास में वर्षा के कारण जलभराव हो गया था। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के काफिले को परीचौक होकर वैकल्पिक मार्ग से निकाला था। जब मुख्यमंत्री का काफिला परीचौक आया तो जाम में फंस गया।
लोगों ने बनाई वीडियो
मुख्यमंत्री के जाम में फंसते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। आसपास खड़े वाहन चालकों व राहगीरों ने इसकी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दी थी। कुछ लोगों ने यातायात व्यवस्था को लेकर ट्रोल करते हुए टिप्पणी भी की थी।
परीचौक पर लगातार जाम लगने की शिकायत मिल रही थी। जिसकी एसीपी से जांच कराई थी। सड़क की पटरियों पर भी अतिक्रमण मिला। कार्य में लापरवाही बरतने के मामले में यातायात निरीक्षक व उप निरीक्षक को निलंबित किया गया है। निलंबन करने का और कोई कारण नहीं है। -यमुना प्रसाद, डीसीपी यातायात, गौतमबुद्ध नगर।