ग्रेटर नोएडा (संचार नाउ)। ग्रेटर नोएडा स्थित यथार्थ सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (ओमेगा-1) ने एक अनोखी और सराहनीय पहल की। बीमारी के चलते हॉस्पिटल में भर्ती 10वीं के छात्र प्रतीक कुमार को परीक्षा देने का अवसर मिल सका। हॉस्पिटल ने छात्र के भविष्य के लिए जरूरी बोर्ड परीक्षा की गंभीरता को समझ और मेडिकल सुविधा से लैस एम्बुलेंस में छात्र को परीक्षा सेंटर पहुँचाया।
दरअसल, बुलंदशहर के नई राजनगर निवासी प्रतीक कुमार (उम्र 16 वर्ष) को गंभीर पीलिया और वायरल हेपेटाइटिस की शिकायत के चलते 14 फरवरी को यथार्थ हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। उनकी बिगड़ती हालत को देखते हुए गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी हेड, डॉ. विनीत कुमार गुप्ता और पीडियाट्रिक्स हेड, डॉ. कुशाग्र गुप्ता की टीम ने तुरंत इलाज शुरू किया। लेकिन इसी दौरान उनकी 10वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा भी थी, जो उनके भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी।
यथार्थ हॉस्पिटल ने मानवीयता और समर्पण का परिचय देते हुए मरीज के इलाज और शिक्षा दोनों को प्राथमिकता दी। अस्पताल प्रबंधन ने विशेष व्यवस्था करके मेडिकल सुविधा से लैस एम्बुलेंस में परीक्षा देने की सुविधा उपलब्ध कराई। इस एम्बुलेंस में सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं, डॉक्टरों की निगरानी और जीवन रक्षक उपकरण उपलब्ध कराए गए ताकि प्रतीक बिना किसी जोखिम के परीक्षा दे सकें।
शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों महत्वपूर्ण
यथार्थ हॉस्पिटल ने यह साबित किया कि स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, और कोई भी कठिनाई एक छात्र के भविष्य के आड़े नहीं आनी चाहिए। इस पहल के माध्यम से, अस्पताल ने न केवल अपने मरीज की शिक्षा को प्राथमिकता दी, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि हर व्यक्ति की सफलता में सहयोग देना आवश्यक है।
अस्पताल में जारी है छात्र का इलाज
अस्पताल प्रशासन ने कहा, ‘हम अपने मरीजों की संपूर्ण देखभाल के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सिर्फ इलाज का मामला नहीं था, बल्कि एक छात्र के उज्ज्वल भविष्य की जिम्मेदारी भी थी। हमें गर्व है कि हमने प्रतीक को परीक्षा देने में मदद की। फिलहाल प्रतीक कुमार का इलाज अस्पताल में जारी है और उनकी सेहत में सुधार हो रहा है। यथार्थ हॉस्पिटल हमेशा मरीजों की भलाई को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और इस तरह की पहल से यह साबित करता है कि चिकित्सा सेवा सिर्फ इलाज तक सीमित नहीं होती, बल्कि इंसानियत से जुड़ी होती है।