संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोर्ट में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस ट्रेंड शो में उत्तर प्रदेश में स्वयं सहायता समूह (SHG) की महिलाएं आज आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश कर रही हैं। ये महिलाएं गाय के गोबर से प्राकृतिक पेंट तैयार कर रही हैं, जिसे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो जैसे बड़े मंचों पर प्रदर्शित किया जा रहा है।

दरअसल, स्वंम सहायता समूह की प्रतिनिधि अफीफ़ा आजमी (सपना) ने बताया कि यह पेंट पूरी तरह से इको-फ्रेंडली है और इसकी मांग लगातार बढ़ रही है। खास बात यह है कि इसे राज्य सरकार ने भी अपनाया है और अब यह पेंट सरकारी भवनों में इस्तेमाल किया जा रहा है।
महिलाओं को मिला रोजगार
अफीफ़ा आजमी ने बताया कि इस पहल से ग्रामीण महिलाओं को न सिर्फ रोजगार मिल रहा है बल्कि वे उद्यमिता की दिशा में भी आगे बढ़ रही हैं। पेंट निर्माण से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है और वे आत्मनिर्भरता की राह पर चल रही हैं। सरकार की योजना है कि आने वाले समय में इस परियोजना को प्रदेश के सभी जिलों में संचालित किया जाए।
सस्ता और टिकाऊ पेंट
विशेषज्ञों का मानना है कि गोबर से बना यह पेंट इमारतों को गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म रखने की क्षमता रखता है। इससे बिजली की खपत भी घटती है। यह सामान्य पेंट की तुलना में सस्ता होने के साथ-साथ ज्यादा टिकाऊ भी है।
पर्यावरण संरक्षण में योगदान
यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। प्राकृतिक पेंट का इस्तेमाल प्रदूषण को कम करने में मददगार है और टिकाऊ विकास का रास्ता खोलता है।