गोवर्धन पूजा कार्तिक मास की प्रतिपदा को मनाई जाती है। यह पर्व भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने के कृत्य की याद में समर्पित है। इस दिन घरों और गांवों में मिट्टी का छोटा गोवर्धन पर्वत बनाकर उसे फूल, फल, दूध, दही और मिठाइयों से सजाकर पूजा की जाती है। पूजा के बाद प्रसाद वितरण और दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है। चलिए पढ़ते हैं आज का पंचांग।

आज का पंचांग (Panchang 22 October 2025)
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि – सुबह 8 बजकर 16 मिनट तक
प्रीति योग – ब्रह्म मुहूर्त 4 बजकर 6 मिनट तक
किंस्तुघ्न – सुबह 7 बजकर 4 मिनट तक
बव – सुबह 8 बजकर 16 मिनट तक
वार – बुधवार
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय – सुबह 6 बजकर 26 मिनट से
सूर्यास्त– शाम 5 बजकर 44 मिनट पर
चंद्रोदय – सुबह 7 बजकर 1 मिनट पर
चंद्रास्त – शाम 6 बजे
सूर्य राशि – तुला
चंद्र राशि – तुला
आज के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त – कोई नहीं
अमृत काल – शाम 4 बजे से शाम 5 बजकर 48 मिनट तक
आज का अशुभ समय
राहुकाल – दोपहर 12 बजकर 5 मिनट से दोपहर 1 बजकर 30 मिनट तक
गुलिक काल – सुबह 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 5 मिनट तक
यमगण्ड – सुबह 7 बजकर 51 मिनट से सुबह 9 बजकर 16 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव स्वाति नक्षत्र में रहेंगे…
स्वाति नक्षत्र – देर रात 1 बजकर 52 मिनट तक (23 अक्टूबर)
सामान्य विशेषताएं – स्वतंत्र स्वभाव, लचीलापन, मर्यादित व्यवहार, बुद्धिमान, चतुर, कानून का पालन करने वाले, शांतप्रिय, सामाजिक, करुणामय और सुंदर।
नक्षत्र स्वामी: राहु देव
राशि स्वामी: शुक्र देव
देवता: वायु देव
प्रतीक: हवा में झुकती हुई एक नई कली
आज का व्रत-त्योहार – गोवर्धन पूजा
पूजा विधि –
- घर या आंगन में मिट्टी का छोटा गोवर्धन पर्वत बनाएं और उसे साफ कपड़े से सजाएं।
- पर्वत के चारों ओर फूल, दही, घी, दूध, फल और मिठाइयां अर्पित करें।
- दीपक जलाएं और भगवान कृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर के सामने मंत्रोच्चारण के साथ आराधना करें।
- गोवर्धन की पूजा के दौरान अपने परिवार और पालतू जानवरों को आशीर्वाद दें।
- पूजा के बाद प्रसाद सभी में बांटे और गरीबों या जरूरतमंदों में दान करें।