ग्रेटर नोएडा: उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने ग्राम चिटेहरा में अधिसूचित एरिया पर अतिक्रमण के खिलाफ शुक्रवार को बुल्डोजर चलाया है। प्राधिकरण ने करीब 50 हजार वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा लिया है, जिसकी कीमत करीब 100 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
बताया जा रहा है कि कालोनाइजर इस जमीन पर अवैध निर्माण कर वेयर हाउस बनाने की कोशिश रहे थे। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने अधिसूचित एरिया में अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। प्राधिकरण की टीम अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने शुक्रवार को चिटेहरा गांव में यह कार्रवाई की है।
यह है मामला
दरअसल, कालोनाइजर ग्रेटर नोएडा के अधिसूचित एरिया ग्राम चिटेहराकी करीब 50 हजार वर्ग मीटर जमीन पर बिना प्राधिकरण की अनुमति निर्माण कर अवैध रूप से वेयर हाउस बनाने की कोशिश कर रहे थे। बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण पर रोक लगाने के लिए प्राधिकरण की तरफ से नोटिस भी जारी की गई, लेकिन कालोनाइजर चोरी-छिपे अवैध निर्माण करने की कोशिश कर रहे थे। शुक्रवार को महाप्रबंधक परियोजना एके सिंह, विशेष कार्याधिकारी जितेंद्र गौतम, ओएसडी राम नयन सिंह, वर्क सर्किल तीन के प्रभारी राजेश कुमार निम और वर्क सर्किल एक के प्रभारी प्रभात शंकर सहित वर्क सर्किल स्टाफ ने मिलकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है।
अतिक्रमण करने वालों को चेतावनी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीम ने 6 जेसीबी और 5 डंपर की मदद से तीन घंटे में इस कार्रवाई को संपन्न की है। मुक्त कराई गई जमीन की कीमत 100 करोड़ रुपये से आंकी गई थी। प्राधिकरण की एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि सीईओ के निर्देशानुसार अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी। उन्होंने अतिक्रमण करने वाले को चेतावनी दी है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में बिना अनुमति या बिना नक्शा पास कराए अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जनमानस से भी अपील की है कि ग्रेटर नोएडा में कहीं भी जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संपर्क कर पूरी जानकारी जरूर प्राप्त कर लें। अवैध कॉलोनी में अपनी गाढ़ी कमाई न फंसाएं।