लखनऊ: पीजीआई क्षेत्र में रेनू यादव की हत्या का लखनऊ पुलिस ने खुलासा सोमवार को कर दिया. ऑनलाइन गेम खेलने और बेटिंग की वजह से कर्ज में डूबे रेनू यादव के बेटे निखिल ने ही मां को मौत के घाट उतार दिया था. लोन चुकाने के लिए उसने मां की हत्या की और घर से जेवर चुरा लिये. पुलिस की टीम ने मामले का खुलासा करते हुए निखिल यादव को गिरफ्तार कर लिया और जेवरात बरामद कर लिये.

पिता को बतायी फिल्मी कहानी: डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार (3 अक्टूबर 2025) को बाबू खेड़ा कल्ली पश्चिम थाना पीजीआई लखनऊ निवासी रमेश यादव ने पुलिस को बताया कि बेटे निखिल यादव उर्फ गोलू ने कहा कि घर में बदमाश घुस आये हैं. उनकी पत्नी रेनू यादव और बेटे क मारा. जब वह घर पहुंचे तो लोग पत्नी को अस्पताल लेकर चले गए थे. घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था. उनकी पत्नी की मौत हो गई. थाना पीजीआई में मुकदमा दर्ज किया गया था.
पुलिस ने फतेहपुर से किया गिरफ्तार: डीसीपी दक्षिणी निपुण अग्रवाल ने कहा, सीसीटीवी कैमरों, मैनुअल और टैक्निकल साक्ष्यों के आधार पर मां की हत्या के मामले में बेटे निखिल यादव उर्फ गोलू को ग्राम औरम्हा अल्लीपुर बहेरा थाना सुल्तानपुर घोष जनपद फतेहपुर से गिरफ्तार कर लिया गया. उसने पुलिस को बताया कि वह ऑनलाइन गेमिंग/बेटिंग का आदी है.
मां के जेवर बेचकर कर्ज चुकाने का प्लान था: उसने विभिन्न मोबाइल लोन ऐप जैसे कि MPOKKET, FLASH WALLET तथा RAM FUND CORE से लोन लेकर Tiranga Game ऐप पर Aviator नाम का ऑनलाइन गेम खेला था. यह ऐप Curaçao (Caribbean) लाइसेंस पर संचालित होता है. निखिल ने बताया कि वह ऑनलाइन गेम में सारा पैसा हार गया था. ऑनलाइन बेटिंग की इस लत और आर्थिक दबाव के कारण उसने अपनी मां के गहने चोरी करने का प्लान बनाया.
मां ने जेवर चोरी करने से रोका, उतारा मौत के घाट: मां ने जेवर ले जाने से रोका तो उसने पेचकस से उन पर कई वार किये. इसके बाद मौका-ए-वारदात से भाग गया. पुलिस में निखिल के बैग से हत्या में इस्तेमाल पेचकस तथा सोने के गहने बरामद कर लिये. निखिल यादव लोन की किश्त समय पर नहीं जमा कर पा रहा था. इसके पहले का लोन भी उसने मां के जेवर चोरी से बेचकर चुकाया था.
मां ने जेवर चोरी करते देखा, तो किया विरोध: निखिल ने पुलिस बताया कि शुक्रवार को वह अपने मामा के घर से आया था. जब वह जेवर चोरी कर रहा था, तो उसकी मां ने उसे देख लिया और रोकने की कोशिश करने लगी. मां के विरोध करने पर उसने मां पर पेचकस से कई वार किये.
पहले पेचकस से वार, फिर गैस सिलेंडर से मारा: वह नीचे गिरी गयी, लेकिन फिर भी जिंदा थी. इसके बाद निखिल ने पास में रखे गैस सिलेंडर को उठाकर दो-तीन बार वार किया. इस हमले से वह मर गई. निखिल बैग में गहने और पेचकस रखकर मोटरसाइकिल से भाग गया. भागते समय उसने अपने दोस्त और मामा को कॉल किया. उनसे झूठ बोला कि दो-तीन लोग उसका पीछा कर रहे हैं. उनसे बचने के लिये भाग रहा है. इसके बाद निखिल ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया.
सीसीटीवी फुटेज तथा कॉल डिटेल्स से खुला राज: डीसीपी दक्षिणी विपिन अग्रवाल ने बताया कि निखिल यादव ने फिल्मी अंदाज में अपनी मां की हत्या के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी कहानी बनाई थी. सीसीटीवी फुटेज तथा कॉल डिटेल्स के रिकॉर्ड से पता लगा कि निखिल ने ही अपनी मां की हत्या की थी. पुलिस ने सोमवर सुबह फतेहपुर से निखिल यादव को गिरफ्तार कर लिया.