नोएडा पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। इस खुलासे को करते समय नोएडा पुलिस भी हैरान रह गई। हैरानी की बात यह है कि नोएडा शहर में एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो गे (समलैंगिक) बनकर लोगों को ब्लैकमेल करके लगातार ठगी कर रहा है। नोएडा पुलिस ने गे-ऐप के द्वारा नोएडा के नागरिकों को अपने जाल में फंसाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया है।
चौंकाने वाला है पूरा मामला
यह पूरा मामला गे-ऐप के द्वारा ब्लैकमेलिंग तथा ठगी से जुड़ा हुआ है। दरअसल इंटरनेट पर ग्रिंडर ऐप के नाम से अजीब किस्म का एप सक्रिय है। ग्रिंडर ऐप को गे-ऐप भी कहा जाता है। इसी गे-ऐप के द्वारा नोएडा में एक गिरोह ठगी का बड़ा रैकेट चला रहा था। नोएडा पुलिस कमिश्नरी में तैनात DCP शक्ति मोहन अवस्थी ने गे-ऐप के जरिए ठगी तथा ब्लैकमेलिंग करने वाले गिरोह की जानकारी दी है। नोएडा कमिश्नरी पुलिस के DCP शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि एक युवक ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसकी कुछ लोगों से ग्रिंडर एप के माध्यम से दोस्ती हुई थी।
दोस्त बनकर उन लोगों ने युवक को मिलने के लिए बुलाया तथा उसके साथ समलैंगिक संबंध बनाने के बाद उसकी जबरन वीडियो बनाई। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी उसे ब्लैकमेल करके उससे मोटी रकम की मांग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पीडि़त की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने इस घटना में शामिल दीपक तथा किशोर कुमार राघव को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से नोएडा पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन तथा मोटरसाइकिल बरामद की है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि इन आरोपियों ने कई लोगों को ग्रिंडर एप के माध्यम से अपने जाल में फंसाया तथा उनकी अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करके मोटी रकम वसूली की है।
मेरठ में भी सामने आया था गे गिरोह
आपको बता दें कि गे-ऐप के द्वारा नोएडा में सामने आया यह मामला नया मामला नहीं है। इससे पहले मेरठ शहर में भी इस प्रकार की ठगी तथा ब्लैकमेलिंग का मामला सामने आ चुका है। मेरठ पुलिस ने भी गे बनकर ब्लैकमेलिंग करने वाले एक गिरोह को पकड़ा था। नोएडा पुलिस को आशंका है कि मेरठ वाला गिरोह जेल से छूटने के बाद नोएडा में सक्रिय हो गया था।